जयपुर। राजस्थान CM अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत आज दिल्ली में ED दफ्तर पहुंच गए है। जहां उनकी पूछताछ जारी है। ईडी ने वैभव को विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम उल्लंघन के मामले में समन भेजा था। बता दें कि राजस्थान टूरिज्म से जुड़े मालमे में दो समूहों पर मनी लांड्रिंग का आरोप है। वैभव गहलोत की कंपनी पर सौ करोड़ रुपये मॉरीशस भेजने का आरोप लगा हुआ है। ऐसे राजस्थान में कुछ दिनों के बाद ही विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। इस चुनावी माहौल के बीच राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने ईडी में इनलोगों के खिलाफ शिकायत की थी।
ईडी के समन का जवाब दिया
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव का कहना है कि इस मामले में 12 साल पहले भी उन्हें ईडी ने नोटिस भेजा था। बता दें कि उस दौरान उन्होंने ED के समन का जमकर जवाब दिया था। इसके साथ ही वह बताते है कि इस बार भी हमें अनुमान था कि चुनाव के दौरान हमें ED की नोटिस फिर मिल सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस बार भी हम ED की समन का जवाब देंगे। पिछले गुरुवार को ईडी ने वैभव से पूछताछ के लिए दफ्तर में बुलाया था। लेकिन उन्होंने ईडी से 10 दिन का समय सीमा की मांग किया था लेकिन ED ने उन्हें 4 दिन की समय सीमा दी जो 30 अक्टूबर यानी आज उन्हें ED के दफ्तर में पेशी होना था।
क्या है पूरा मामला?
इस संबंध में प्रवर्तन निदेशालय ने हाल ही में ‘ट्राइटन होटल्स एंड रिसॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड’, ‘वर्धा एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड’ और इसके निदेशकों एवं प्रमोटर शिव शंकर शर्मा, रतन कांत शर्मा और अन्य के खिलाफ छापे मारे है।
आय से अधिक नकदी जब्त
अगस्त और सितंबर में ED ने 3 दिनों तक जयपुर, उदयपुर, मुंबई और दिल्ली में स्थित परिसर पर छापे मारे थे। ED ने इस कार्रवाई के दौरान 1.27 करोड़ रुपए की आय के ज्ञात स्रोत से ज्यादा कैस जब्त की थी। वहीं दूसरी तरफ बताया जा रहा है कि वैभव गहलोत समेत रतन कांत शर्मा के नजदीकी लोग भी प्रवर्तन निदेशालय की जांच के दायरे में शामिल हैं और ED की आज की पूछताछ में वैभव से फेमा के मामले पर पूछताछ किए जाने की संभावना है।