Sunday, September 8, 2024

Rajasthan Election: राजस्थान में प्याज बना चुनावी मुद्दा, सातवें आसमान पर भाव

जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू है। वहीं देश भर में महंगाई की मार जनता को झेलना पड़ रहा है। बात करें प्याज की तो पिछले एक महीने के अंदर प्याज गृहणियों के रसोई से गायब होते दिख रहा है। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों लगातार तेज बारिश के कारण कई जगहों के गोदाम में रखे प्याज खराब हो गए हैं। ऐसे में एक महीने पहले जो प्याज 25 से 30 रुपए प्रति किलो बिक रहा था वह मौजूदा दिनों में 80 से 100 रुपए किलो बिक रहा है लेकिन दूसरी तरफ राहत भरी ख़बर सामने आ रही है कि देश की बड़ी सब्जी मंडियों में प्याज के आयात पर टैक्स बढ़ने से प्याज के दाम फिर से कम होना शुरू हो गया है।

आवक कम होने के कारण बढ़े दाम

सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि पिछले दिनों लगातार तेज बारिश के कारण गोदाम में रखें प्याज की बोरी खराब हो गई है। इधर अधिक मांग और आवक कम होने के कारण प्याज के दामों में लगातार वृद्धि हुई है।वहीं बता दें कि पिछले 1 सप्ताह के अंदर प्याज के दामों में दो गुना से तीन गुना इजाफा हुआ है। हालांकि नई फसल का प्याज आने तो लगा है लेकिन इसकी मात्रा बहुत ही कम है। देशभर में फेस्टीव सीजन शुरू है और ऐसे में महंगाई की मार से लोग जूझ रहे हैं। अगर बात करें प्याज पर एक्सपोर्ट की तो प्रतापगढ़, रतलाम, इंदौर आदि क्षेत्रों में प्याज पर आयात ड्यूटी बढ़ा दी गई है। वहीं रविवार को होलसेल मंडियों में प्याज की दामों में 5 रुपए प्रति किलो कम देखा गया है।

बढ़ते दाम से चुनाव प्रभावित

राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 25 नवंबर को होगा इसके साथ बाकी चार और राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। ऐसे में राजस्थान को प्याज का क्षेत्र माना जाता है। बताया जा रहा है कि बढ़ते प्याज के दामों को लेकर राजस्थान समेत देश भर में सियासत तेज हो गई है जिसका असर आने वाले मतदान पर पड़ सकता है। बता दें कि प्याज के बढ़ते दामों पर राजस्थान के किसानों का कहना है कि महाराष्ट्र में प्याज की बीज तैयार की जाती है और वहां पिछले महीने तेज बारिश होने के कारण प्याज के बीज खराब हो गई जिस कारण दीपावली के बाद भी लोगों को बढ़ते प्याज के दामों से राहत नहीं मिलने जा रही है।

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