Thursday, September 19, 2024

Rajasthan: सचिन पायलट और सारा के बीच हुआ तलाक, परिवार के विरोध के बावजूद हुई थी शादी

जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू है। ऐसे में राज्य से एक चौंका देने वाली ख़बर सामने आई है। बता दें कि राजस्थान के पूर्व डिप्टी CM सचिन पायलट का एफिडेविट सामने आया है। इस एफिडेविट से बड़ा खुलासा हुआ है। राजस्थान विधानसभा चुनाव के नामांकन के एफिडेविट में पत्नी के नाम के आगे तलाक शुदा दर्शाया गया है। वहीं पायलट की तरफ से जारी किए शपथ पत्र के पश्चात दोनों के तलाक की हकीकत लोगों के सामने आई है।

मंगलवार को नामांकन भरे

राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 30 अक्टूबर से शुरू है जो 6 नवंबर तक जारी रहेगी। इस दौरान मंगलवार को कांग्रेस उम्मीदवार सचिन पायलट ने टोंक विधानसभा से नामांकन भरे है। नामांकन भरने के पश्चात ही सचिन पायलट का एफिडेविट तेजी से वायरल हो रहा है। इस एफिडेविट के माध्यम से यह खुलासा किया जा रहा है कि नामांकन के एफिडेविट में पायलट के पत्नी के नाम के आगे तलाकशुदा शब्द लिखा हुआ है। वहीं पायलट की तरफ से पेश किए शपथ पत्र के बाद दोनों के तलाक की सच्चाई लोगों के सामने आई है। पायलट की तालाक वाली ख़बर पूरे प्रदेश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं राजनीतिक गलियारों में भी पायलट की तलाकशुदा ख़बर पर सियासी सरगर्मी बढ़ गई है।

शिक्षण ब्यौरा (पायलट)

राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट का जन्म 7 सितंबर 1977 में हुआ था। पायलट के पिताजी का नाम राजेश पायलट और माताजी का नाम रमा पायलट है। इनकी पढ़ाई नई दिल्ली के एयर फोर्स बाल भारती स्कूल से हुई है। इसके बाद बीए की डिग्री हासिल करने के लिए उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस कॉलेज में एडमिशन लिया। वहीं उन्होंने आईएमटी गाजियाबाद से मार्केटिंग में डिप्लोमा भी हासिल किया है। पायलट अपनी हायर एजुकेशन लेने के लिए अमेरिका रवाना हो गए अमेरिका के फैंसी लवानिया यूनिवर्सिटी से उन्होंने एमबीए की पढ़ाई पूरी की।

लव मैरिज हुई थी शादी

सचिन पायलट को विदेश में पढ़ाई के दौरान ही सारा अब्दुल्ला से प्यार हो गया। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला की बेटी सारा अब्दुल्ला जो उमर अब्दुल्ला की बहन भी है। पायलट की पढ़ाई पूरी होने के बाद दोनों भारत वापस लौटे और शादी का फैसला किया। सचिन हिंदू परिवार से हैं तो वहीं सारा मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखती है। बता दें कि जब दोनों ने शादी का फैसला किया तब दोनों के परिवार वालों ने इस शादी का विरोध किया। हालांकि दोनों जनवरी 2004 में शादी के बंधन में बंध गए। वहीं सारा अब्दुल्ला का परिवार इस शादी को मान्यता देने के लिए राजी नहीं हुआ। बता दें कि शादी के कुछ महीने बाद ही पायलट राजनीति के मैदान में कदम रखा।

युवा सांसद बने पायलट

दौसा से पहले लोकसभा चुनाव लड़कर महज 26 साल की उम्र में सचिन पायलट युवा सांसद बने। पायलट के सांसद बनने के कुछ महीने बाद ही उनके ससुराल वालों ने नाराजगी भूल कर उन्हें दामाद के रूप में अपना लिया। हालांकि 2018 के विधानसभा चुनाव में जब सचिन पायलट डिप्टी सीएम के लिए शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे उस दौरान पायलट की पत्नी सारा पायलट, ससुर फारूक अब्दुल्ला और सारा के दोनों भाई भी मौजूद थे।

Ad Image
Latest news
Related news