जयपुर। नामांकन के आखिरी दिन से एक दिन पहले भाजपा ने रविवार दोपहर को पन्द्रह उम्मीदवारों और रात में तीन उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। पहली लिस्ट में पार्टी ने तेरह सीटों पर उम्मीदवारों को मौका दिया है, जबकि विवाद के कारण दो जगहों पर उम्मीदवार बदले गए है। पार्टी ने देर रात बची हुई बाड़ी, पचपदरा, बाड़मेर सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। दिन में कांग्रेस विधायक गिर्राज मलिंगा को पार्टी ज्वॉइन करवाई गई और रात में उन्हें बाड़ी से उम्मीदवार बनाया गया। इसके साथ बाड़मेर सीट से दीपक कड़वासरा और पचपदरा सीट से अरुण अमराराम चौधरी को मौका मिला है। सभी 200 सीटों पर पार्टी ने अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने दोनों पूर्व प्रदेश अध्यक्षों अरुण चतुर्वेदी और अशोक परनामी को भी मैदान में उतारा है।
विवाद में उलझी सारिका की जगह बैरवा को मिला मौका
कोलायत सीट पर भाजपा ने पूनम कंवर की जगह उनके बेटे को मौका दिया है। इस तरह देवी सिंह भाटी के पोते अंशुमान सिंह भाटी को मौका मिला है। बता दें कि देवी सिंह भाटी चाहते थे कि वह खुद चुनाव लड़े और उनकी पुत्रवधू को मौका नहीं दिया जाए। पार्टी ने उम्र की बाध्यता के कारण आखिर में भाटी के पोते को टिकट देकर विवाद सुलझाया है। वहीं जाति प्रमाण पत्र विवाद में उलझी बारां-अटरू उम्मीदवार सारिका सिंह चौहान की जगह राधेश्याम बैरवा को मौका मिला है।
13 उम्मीदवार ऐसे हैं, जो पहली बार चुनाव लड़ेंगे
आपको बता दें कि 5वीं और 6वीं लिस्ट में कुल 13 उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्हें पहली बार चुनाव लड़ने का मौका मिला है। वंशवाद के विरोध में दावा करने वाली भाजपा ने हनुमानगढ़ सीट से डॉ. रामप्रताप की जगह उनके पुत्र अमित चौधरी को मैदान में उतरने का मौका दिया है। वहीं, पचपदरा सीट से पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी के पुत्र अरुण चौधरी को मौका मिला है। भाजपा ने बेरोजगारों के लिए आंदोलन करने वाले उपेन यादव को भी टिकट दिया है। पार्टी ने नए चेहरे दीपक कड़वासरा को बाड़मेर सीट से चुनावी मैदान में उतारा है।
महिला उम्मीदवरों की संख्या कम
कुल 21 महिलाओं को पार्टी ने पहले मौका दिया था। वहीं पांचवी लिस्ट में दो महिला उम्मीदवारों के टिकट बदल दिए गए। पांचवी लिस्ट में मात्र एक ही महिला को टिकट मिला। बता दें कि पार्टी ने अब तक 20 महिलाओं को ही मौका दिया है। आखिरी लिस्ट में किसी महिला को टिकट नहीं दिया गया है।
मुस्लिम चेहरे को नहीं मिला मौका
सभी 200 सीटों पर भाजपा ने प्रत्याशी घोषित कर किए हैं लेकिन एक भी मुस्लिम चेहरे को टिकट नहीं मिला है। प्रदेश में पार्टी ने एक भी मुस्लिम चेहरे को मौका नहीं देकर हिंदूकार्ड खेल दिया है। हालांकि, भाजपा उम्मीदवार अभिषेक सिंह की गोत्र को लेकर मसूदा में कुछ सवाल सामने आए हैं। इस संबंध में पार्टी नेताओं का कहना है कि अभिषेक सिंह हिंदू घर्म से आते है।
चुनावी समीकरण 2023
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 25 नवंबर को होगा और चुनावी परिणाम 3 दिसंबर को जारी किया जाएगा।