जयपुर। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड हमले में घायल और चश्मदीद अजीत सिंह ने मंगलवार रात दम तोड़ दिया है। दरअसल अजीत सिंह आरोपियों से परिचित थे। वारदात को जब अंजाम दिया गया उस वक़्त अजीत सिंह भी कमरे में मौजूद थे। बदमाशों ने उन्हें भी तीन गोलियां मारी थी।
पीछे छोड़ गए दो बेटियां
बता दें कि अजीत सिंह के पिता कैंसर पीड़ित हैं। उनके बड़े भाई की भी कम उम्र में ही मौत हो गई थी। परिवार में कमाने वाले सिर्फ अजीत सिंह ही थे। उनकी दो बेटियां हैं। वहीं अजीत सिंह की मौत की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में राजपूत समाज के लोग एसएमएस अस्पताल पहुंचे। सभी धरने पर बैठ गए हैं। इस दौरान भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ धरनास्थल पहुंचे। उन्होंने सभी को आश्वासन दिया कि उनकी मांग सुनी जाएगी।
क्राइम सीन हुआ रीक्रिएट
लिखित में आश्वासन मिलने के बाद परिजनों ने धरना समाप्त कर दिया गया। आज पोस्टमॉर्टम के बाद अजीत सिंह का शव परिजनों को सौंप दिया जायेगा। रोहित और नितिन फौजी पर अजीत की हत्या का भी केस दर्ज किया जायेगा। इधर गोगामेड़ी हत्याकांड के मामले में पकड़े गए शूटर रोहित राठौड़ व नितिन फौजी को पुलिस घटनास्थल पर लेकर गई। जहां पर सीन को रीक्रिएट किया गया। सीन रीक्रिएट करने के समय कॉलोनी में आस-पास के सभी घरों पर हथियारबंद कमांडो तैनात किये गए थे।