जयपुर। राजस्थान की श्रीगंगानगर जिले की श्रीकरणपुर विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी और नहर और अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस के रुपिंदर सिंह कुन्नर ने भाजपा नेता को 11,261 वोटों से हराया। चुनाव में कुन्नर को 94761 और सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को 83500 वोट मिले हैं। वहीं अब ये सवाल उठने लगे हैं कि चुनाव हारने के बाद क्या अब सुरेंद्र पाल सिंह टीटी मंत्री बने रहे सकते हैं?
अब बचा है सिर्फ ये रास्ता
सुरेंद्रपाल सिंह टीटी करणपुर सीट से चुनाव हार चुके हैं। ऐसे में वो विधायक नहीं बन पाए। अब सवाल उठने लगे हैं कि उनका मंत्री पद रहेगा या उन्हें छोड़नी पड़ेगी। नियमों के अनुसार, किसी कैबिनट मंत्री के पास विधानसभा सदस्यता होना जरूरी है। ऐसे में सुरेंद्रपाल सिंह टीटी का मंत्री बने रहना मुश्किल है। हालांकि मंत्री पद की सदस्यता लेने के बाद से 6 महीने के अंदर विधानसभा की सदस्यता ग्रहण करनी पड़ती है।
सीएम भजनलाल शर्मा क्या करेंगे?
सुरेंद्रपाल सिंह टीटी का मंत्री पद अब तभी बच पाएगा जब वह विधायक बनेंगे। चुनाव तो वो हार चुके हैं ऐसे में अब अगर बीजेपी अपनी किसी सुरक्षित सीट पर मौजूदा विधायक को इस्तीफा दिलाकर उपचुनाव में सुरेंद्रपाल सिंह को जीतने का रास्ता साफ़ कर देती है तो फिर उनका मंत्री पद बच सकता है। सीएम भजनलाल शर्मा पार्टी और आलाकमान से बात कर सुरेंद्रपाल सिंह के लिए रास्ता निकाल सकते हैं। हालांकि इसकी उम्मीद कम ही है।