Saturday, November 23, 2024

Rajasthan News : स्कूलों में बैन होगा हिजाब ! राजनीति गरमाई, जानें पूरा मामला

जयपुर। प्रदेश भर में हिजाब पर बवाल लगातार बढ़ता देखा जा रहा है. बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य के खिलाफ हिजाब विवाद को लेकर मुस्लिम छात्राओं की तरफ से किए प्रदर्शन के पश्चात् बीजेपी मंत्री डॉक्टर किरोड़ीलाल मीणा भी इस मामले में लगातार एक्टिव दिख रहे हैं. विधायक आचार्य के तर्क का उन्होंने खुल कर समर्थन किया है. वहीं शिक्षा विभाग से इस पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी रिपोर्ट मांगी है. दिलावर ने मंगलवार दोपहर तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से रिपोर्ट मांगी है कि स्कूलों में हिजाब पर बैन किन-किन राज्यों में है. इस बारे में संपूर्ण जानकारी शिक्षा बोर्ड से मांगी गई है.

CM भजनलाल से करेंगे बात

हिजाब पर प्रतिबंध की मांग का समर्थन करते हुए कैबिनेट मंत्री डॉक्टर किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि CM भजनलाल से वे इस मामले में बात करेंगे. उन्होंने कहा कि समान ड्रेस कोड सभी स्कूलों में अनिवार्य होना चाहिए. हिजाब का समर्थन करने वाली समुदाय नहीं चाहती कि मुस्लिम समुदाय के बच्चे शिक्षित बनें. उन्होंने कहा कि मुसलमानों का DNA हिंदुस्तानी है. हिजाब और बुर्का मुगल आक्रांताओं के साथ भारत में आया था. कई जगह हिजाब आज मुस्लिम देशों में भी प्रतिबंधित है.

घेराव कर किया जबर्दस्त प्रदर्शन

जयपुर में हिजाब को लेकर उपजे इस विवाद के बाद मुस्लिम छात्राओं ने सोमवार को सुभाष चौक थाने का घेराव कर जबर्दस्त प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में मुस्लिम समुदाय बड़ी संख्या में मौजूद थे. पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शन के बाद इस मामले में 2 दिन का आश्वासन छात्राओं को दिया है. स्कूली छात्राओं की मांग है कि इस मामले में हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य माफी मांगें.

हिजाब पर राजनीति गरमाई

छात्राओं का यह आरोप है कि स्कूल के वार्षिक उत्सव में विधायक आए थे, जिस दौरान उन्होंने हिजाब को लेकर बातें की. इसके साथ उन्होंने कई तरह के धार्मिक नारे भी लगवाए. बता दें कि मुस्लिम छात्रों का कहना है कि बिल्कुल भी वे ऐसा बर्दाश्त नहीं करेंगी. बाद में विधायक बालमुकुंद आचार्य ने इस मामले में बयान देते हुए कहा कि उनको दो तरह का माहौल स्कूल में नजर आया था. एक हिजाब में और दूसरा बिना हिजाब के. इस पर उन्होंने तर्क दिया कि स्कूल का ड्रेस कोड बनाया गया है तो बच्चों को उसका पालन जरूर करना चाहिए. अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो फिर हमारे बच्चे भी अलग-अलग कलरफुल ड्रेस या फिर लहंगा चुन्नी पहनकर आएंगे तो स्कूल कैसे चलेगा. हालांकि इस वक्त हिजाब पर राजनीति गरमाई हुई है.

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