जयपुर। राजधानी के एक सरकारी स्कूल में हिजाब पहनकर आने वाली मुस्लिम छात्राओं पर बीजेपी विधायक बालमुकुंदाचार्य की टिप्पणी के बाद माहौल गर्म है। यह मामला राजनीति से लेकर धर्म के विवादों से घिर चुका है। सोमवार को हवा महल से बीजेपी विधायक बालमुकुंदाचार्य का बयान आया, जिसको लेकर विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ तो वहीं इस मामले में मंगलवार को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का भी बयान सामने आया है।
किसी भी कीमत पर धर्मांतरण नहीं
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का कहना है कि जो हालात बने हैं उसकी जांच कराई जाएगी, किसी भी कीमत पर धर्मांतरण नहीं होने देंगे। मंगलवार को मीडिया से बातचीत में दिलावर ने कहा कि जिस स्कूल का मामला है उसकी जांच करवाई जाएगी। स्कूलों में ड्रेस कोड सरकार की ओर से लागू किया गया है, सभी छात्र-छात्राओं को ड्रेस कोड में ही आना होगा।
हिजाब के पक्ष-विपक्ष में नहीं
उन्होंने कहा कि हिजाब के पक्ष-विपक्ष में वे नहीं हैं लेकिन सभी को सरकार के आदेशों की पालन करनी चाहिए। इसके साथ दिलावर ने कहा कि जिन स्कूलों में मां सरस्वती की मूर्ति या चित्र नहीं होगा उन स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
हिजाब को लेकर किए थे सवाल
गौरतलब है कि क्षेत्रीय विधायक बालमुकुंदाचार्य ने 27 जनवरी को हवामहल विधानसभा क्षेत्र में संचालित राजकीय बालिका सीनियर सेकेंडरी स्कूल में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब को लेकर सवाल उठाए थे, जिस कारण मुस्लिम छात्राओं ने जमकर प्रदर्शन किया था।
जानें पूरा मामला
मुस्लिम छात्राओं का यह आरोप है कि स्कूल के वार्षिक उत्सव में विधायक बालमुकुंदाचार्य आए थे, जिस दौरान उन्होंने हिजाब को लेकर बातें की. इसके साथ उन्होंने कई तरह के धार्मिक नारे भी लगवाए. बता दें कि मुस्लिम छात्रों का कहना है कि बिल्कुल भी वे ऐसा बर्दाश्त नहीं करेंगी. बाद में विधायक बालमुकुंद आचार्य ने इस मामले में बयान देते हुए कहा कि उनको दो तरह का माहौल स्कूल में नजर आया था. एक हिजाब में और दूसरा बिना हिजाब के. इस पर उन्होंने तर्क दिया कि स्कूल का ड्रेस कोड बनाया गया है तो बच्चों को उसका पालन जरूर करना चाहिए. अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो फिर हमारे बच्चे भी अलग-अलग कलरफुल ड्रेस या फिर लहंगा चुन्नी पहनकर आएंगे तो स्कूल कैसे चलेगा. हालांकि इस वक्त हिजाब पर राजनीति गरमाई हुई है.