जयपुर। जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान राजस्थान के डिप्टी CM प्रेमचंद बैरवा ने कहा कि अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों को एकजुट होना होगा. कई समाज और जातियों में हम बंट जाते हैं. देश में अगर अपनी पहचान बनानी है तो मिलकर साथ रहना होगा. जिस कारण अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों का कोई काम नहीं रुक सके।
इस दौरान उन्होंने कहा कि हम किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं रहेंगे और हमें एकजुट रहना है. हमे अपना हक लेना आता है।
एससी और एसटी को रहना है एकजुट
उन्होंने आगे कहा कि SC और ST को एकजुट ही रहना है. PM नरेंद्र मोदी ने सरकार और पार्टी में जो अधिकार और भागीदारी हमारे समाज के लोगों को दी है यह तारीफे काबिल है. मैं किसी भी हद तक अपना हक लेने के लिए जा सकता हूं.
दोनों दलों में मिली पहली बार तरजीह
बता दें कि राजस्थान में पहली बार बीजेपी और कांग्रेस पार्टी में एससी और एसटी को तरजीह दिया गया है. डिप्टी CM भाजपा द्वारा बनाया गया है. उसके बाद जोगेश्वर गर्ग को सरकार का मुख्य सचेतक बनाया है. वहीं अनुसूचित जाति के टीकाराम जूली को कांग्रेस ने पहली बार नेता प्रतिपक्ष बनाया है. पहली बार अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के नेताओं को दोनों दलों में बड़ी जिम्मेदारी दी जा रही है. नेताओं ने इस कार्यक्रम में कहा कि पहली बार किसी अनुसूचित जाति के व्यक्ति को भारतीय जनता पार्टी द्वारा उप मुख्यमंत्री बनाया गया और पहली बार अनुसूचित जाति के व्यक्ति को कांग्रेस द्वारा नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है.
विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा मिला महत्व
बता दें कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति की एक तिहाई आबादी को यह सब राजस्थान में विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा दिए गए महत्व को दिखा रहा है. अतिथियों का स्वागत सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने किया तथा सोसायटी के बारे में संक्षिप्त जानकारी सोसायटी के महासचिव जीएल वर्मा ने दी है.
ये विधायक भी रहे कार्यक्रम में मौजूद
हरीश चन्द्र मीणा, सीएल प्रेमी बैरवा, पितराम काला, गोवर्धन, घनश्याम मेहर, संजय जाटव, राजेन्द्र मीना, डॉ. ऋतू बनावत, लालराम बैरवा, विक्रम बंशीवाल, शोभा चौहान, इंद्रा मीना, नौक्षम चौधरी, रामसहाय वर्मा, अनीता जाटव, मांगेलाल मीणा, महेन्द्रपाल मीणा, डॉ.विश्वनाथ मेघवाल रामकेश मीना व पूर्व राज्यसभा सांसद रामकुमार वर्मा इस कार्यक्रम में मौजूद दिखे।