जयपुर। राजस्थन में लगातार दो-दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण मौसम में बदलाव हुआ है। जिस कारण यहां के लगभग भागों में बारिश दर्ज की गई। बारिश के कारण किसानों की परेशानी अधिक बढ़ गई है। आज की बात करें तो आज भी लगातार तीसरे दिन आसमान में बादलों का दौर जारी है। वहीं सुबह के समय कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी दर्ज हुई। हवा चलने से प्रदेश में मौसम ठंडा है। मौसम में आए अचानक बदलाव से जीरे की फसल पर अधिक प्रभाव पड़ने का डर किसानों को सता रहा है। किसानों का मानना है कि इस मौसम में बारिश हुई तो जीरा में कीट का प्रकोप बढ़ने की संभावना है।
पिछले कुछ दिनों में तापमान –
सोमवार यानी 5 फरवरी को दिन के पारा में 0.4 डिग्री का उछाल आया है। अधिकतम तापमान 26.4 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। इससे पूर्व रविवार को दिन का तापमान 26 डिग्री दर्ज किया गया था। वहीं रविवार रात के तापमान में 0.5 डिग्री तक कमी देखि गई। अधिकतम तापमान 17.8 डिग्री रिकॉर्ड हुआ तो वहीं शनिवार को रात का पारा 18.3 डिग्री बताया गया।
मावठ से फसलों का नुकसान
रविवार को कस्बे समेत क्षेत्रभर में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से बारिश हुई। जिस वजह से कटी हुई फसलों में नुकसान को लेकर किसानों में चिंता की भावना है। राज्य के भंवरानी, सांडन, आइपुरा, नोसरा, सराणा सहित अन्य गांवों के किसान निराश है।
जीरे की फसल पर भी संकट
ग्रामीण क्षेत्र में बारिश होने के कारण किसानों को खेती की गई जीरों में नुकसान आने की डर से निराश होना पड़ रहा है। ऐसे में बारिश होने के कारण जीरे की फसल सूख रही है। जिलों के कुछ किसानों के मुताबिक बताया गया है कि तीन दिन तक आसमान में बादल छाए रहने और बूंदाबांदी होने से जीरे को नुकसान पंहुचा है। ऐसे में किसानों के बुने हुए तमाम सपने मिट्टी में मिल रहा है।