जयपुर। इन दिनों उत्तर पश्चिमी रेलवे के अधिकारी दिन रात दौसा-गंगापुर सिटी रेल परियोजना पर रेल संचालन को लेकर जुटे हुए हैं। अधिकारियों की अलर्टनेस को देख कर अंदाजा लगाया जा रहा है कि अगले महीने मार्च के पहले सप्ताह में दौसा से गंगापुर सिटी तक रेल का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
गंगापुर से लालसोट तक
शुक्रवार यानी 9 फरवरी को गंगापुर से लालसोट तक रेलवे के मुख्य संरक्षा आयुक्त आरके शर्मा ने निरीक्षण किया। इसके साथ लालसोट से गंगापुर तक फुल स्पीड से स्पीड ट्रायल को अंजाम दिया गया। इसके बाद अब दौसा से लालसोट के बीच इसी माह के अंत तक सीआरएस कराने की तैयारियों में रेलवे अधिकारी जुट गए हैं।
दौसा से डिडवाना तक संचालन
साल 2017 में सीआरएस होने के पश्चात नियमित रेल संचालन नहीं होने के कारण दोबारा इस सेक्शन पर सीआरएस कराया जाएगा। इसके अलावा डिडवाना से लालसोट के बीच सुरंंग का निर्माण कार्य भी पूरा हो गया है, अब दौसा से लालसोट के बीच सीआरएस की सेफ्टी क्लिसरेंस होना बाकी है। दौसा से लालसोट के बीच सीआरएस की सेफ्टी क्लिसरेंस मिलने के बाद रेलवे पूरे ट्रैक पर नियमित ट्रेनों का संचालन भी आरंभ कर देगा। सूत्रों के मुताबिक रेलवे के आला अधिकारियों ने परियोजना से जुड़े अधिकारियों को सीएआरएस की संभावित डेट के बारे में बताते हुुए सभी कार्यो को नियत समय से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। अनुमान है कि मार्च के पहले सप्ताह के पश्चात लोकसभा चुनावों के लिए आचार संहिता लागू हो सकती है। ऐेसे में रेलवे आशंका है कि रेलवे अधिकारी आचार संहिता लगने से पहले ही परियोजना शुरू कर देंगे।
रेलवे को हुआ है नुकसान
रेलवे के लिए दौसा-गंगापुर सिटी रेल परियोजना कठिन चुनौती से कम नही थी, लगातार इसमें देरी के कारण परियोजना का बजट कई गुना बढ गया है। 210 करोड़ परियोजना की शुरुआती अनुमानित लागत आंकी गई थी, जो कि अब बढकर 820 करोड़ तक आ पहुंची है। रेलवे को कुछ जगहों पर तो भूमि पर कब्जा लेने के लिए कई साल भी गुजर गए। परियोजना पर डिडवाना से लालसोट के बीच रेल सुरंग के कार्य को पूरा होने मेें 13 साल का समय लगा है।
डालें परियोजना पर एक नजर –
परियोजना की कुल लंबाई- 92.70 किमी
परियोजना की घोषणा- सन 1996
परियोजना की शुरुआती अनुमानित लागत-200 करोड़
वर्तमान में अनुमानित लागत-820 करोड़
योजना का काम शुरू- सन 2002
भूमि अवाप्ति का काम पूरा- सन 2003-04
सुरंंग का निर्माण कार्य शुरू- सन 2010
स्टेशनों की संख्या- कुल 11(6 क्रॉसिंग, 5 हाल्ट)
आरओबी- 1
अंडरपास- 19
कुल पुल की संख्या- 41(10 बड़े, 31 छोटे)