जयपुर। भारत को त्योहार का देश बोला जाता है। यहां हर दिन कोई न कोई व्रत त्योहार मनाया जाता है। ऐसे में इस बार 14 फरवरी यानी बुधवार को बसंत पंचमी का पर्व है। इस दिन मां सरस्वती की आराधना की जाती है। इस साल बसंत पंचमी का दिन काफी खास होने वाला है। हिन्दू धर्म के अनुसार बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी मां सरस्वती का अवतरण हुआ था। इसलिए हर वर्ष माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर देवी लक्ष्मी जी की जन्म दिन भी मनाया जाता है।
शुभ कार्यों के लिए बेहद है खास दिन
इस पंचमी को बसंत पंचमी भी कहा जाता है. क्योंकि इस दिन से देश में बसंत ऋतु का आगमन होता है। ऐसे में यह दिन शुभ कार्यों के लिए बेहद ही उत्तम दिन माना जाता है, इस दिन माना जाता है कि आप बिना पंचांग देखे शादी, विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, नामकरण आदि शुभ कार्य भी कर सकते हैं।
13 -14 का दिन है शुभ
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत 13 फरवरी की दोपहर 2 बजकर 45 मिनट से होने वाली है। 14 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 12 मिनट तक बसंत पंचमी की तिथि रहेगी। बसंत पंचमी की पूजा इस कारण से 14 फरवरी को मनाई जाएगी।
कामदेव को भी किया जाता हैै स्मरण
देश भर में मां सरस्वती का पूजन करने की परंपरा बसंत पंचमी पर होती है। इस दिन सभी शिक्षार्थी, विद्यार्थी व शोधार्थी सुबह सवेरे ही ज्ञान व विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा आराधना करते हैं। बसंत पंचमी के दिन बता दें कि कामदेव को भी स्मरण किया जाता हैै। यह दिन शुभ कार्यों के लिए अति उत्तम माना गया है। ऐसे 14 फरवरी को पश्चिमी देशों में वैलेंटाइन डे मनाया जाता है।