जयपुर। पिछले कुछ दिनों से पंजाब और हरियाणा के किसान के साथ उनके परिवारों ने दिल्ली कूच जारी किया है। ऐसे में दिल्ली कूच को रोकने के लिए दिल्ली बॉर्डर पर सुरक्षा के मायने से पुलिस का जबरदस्त बंदोबस्त किया गया है। बता दें कि दिल्ली और दिल्ली से जुड़ी बॉर्डर के सड़कों पर कीलें ठोकी गई है ताकि किसान अपने गाड़ी को अंदर की तरफ प्रवेश नहीं कर पाए और वे प्रदर्शन भी नहीं कर पाए।
जवान को किया गया तैनात
किसान आंदोलन को स्थगित करने के लिए हथियारबंद जवान तैनात किए गए हैं। लेकिन ऐसे में एक ख़बर राजस्थान से भी आई है, प्रदेश में इस वक्त इस आंदोलन का असर दिख रहा है। वहीं पंजाब और हरियाणा की बॉर्डर से सटे राज्यों में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी अहम कदम भी उठा रहे हैं। हालांकि लोगों से सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिए अपील भी लगातार की जा रही है।
इस दिन जाने से बचे
ट्रक चालक संगठनों, बस चालक संगठनों और बड़े कारोबारियों से जोधपुर में यातयात पुलिस के अधिकारियों ने अपील की है कि वे 13 फरवरी और 14 फरवरी को पंजाब एवं हरियाणा की तरफ आने से परहेज करें। वहां पर कानून को प्रभावित होने की संभावना है और ऐसे में वाहन चालकों को परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है। बता दें कि जोधपुर से बड़ी संख्या में ट्रांसपोर्टर अपना माल दिल्ली, पंजाब, और हरियाणा भेजते हैं। लेकिन अभी किसान आंदोलन के वजह से ट्रांसपोर्टर को परेशानी उठानी पड़ रही है और आशंका है कि आगामी दो से तीन दिन तक ट्रांसपोर्टर को इससे गुजरना पड़े।
ट्रैफिक डीसीपी ने कहा –
कल यानी 11 फरवरी को जोधपुर में ट्रैफिक डीसीपी राजेश कुमार कावंत ने ट्रक चालकों, बस यूनियन और अन्य बड़े वाहन चलाने वाले चालकों की बैठक ली और उनसे दो से तीन दिन पंजाब और हरियाणा नहीं जाने की सलाह दी। कांवत ने ऐसा इसलिए कहा कि वहां पर चल रहे आंदोलन के कारण चालकों को परेशानी उठानी पड़ सकती है।
एसपी विकास शर्मा ने कहा कि कल शाम यानी 11 फरवरी से बीस फरवरी तक धारा 144 लागू रहेगा।
अधिक संख्या में पुलिस बल तैनात
धारा लगने के कारण सीआरपीएफ की तैनाती की गई है। वहीं पंजाब और हरियाणा जाने वाले तमाम छोटे से बड़े रास्ते को बंद कर दिया गया है। हालांकि सिर्फ चार रास्ते को खोला गया है जहां पर अधिक संख्या में पुलिस बल तैनात है। इस आंदोलन को देखते हुए करीब 150 सरकारी बसें, दो सौ से अधिक निजी बसें और करीब पांच सौ से अधिक अन्य चौपहिया वाहनों का आवाजाही दो से तीन दिन के लिए निषेध कर दिया गया है।