जयपुर। मंगलवार यानी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जयपुर स्थित राजकीय रामचंद्र खेतान पॉलिटेक्निक परिसर में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद अटल अकादमी और इंडोवेशन सेंटर का उद्घाटन करने वाले हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, राजस्थान के मुखिया भजनलाल शर्मा, प्रदेश उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद्र बैरवा और एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. टी. जी. सीताराम शामिल होंगे।
AICTE ने किया शुभारंभ
भारत में उच्च शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए AICTE ने अटल अकादमी फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ किया है। ऐसे में इसके माध्यम से शिक्षकों को अपने संबंधित क्षेत्रों में शोधकर्ता, नवप्रवर्तक और लीडर्स बनाया जा सकता है।
जानें क्या है ‘अटल टिंकरिंग लैब’ ?
केंद्र सरकार ने देश की शिक्षा व्यवस्था में पैराडाइम शिफ्ट लाने के उद्देश्य से अटल टिंकरिंग लैब (ATL) लांच की थी। इसका मुख्य मकसद स्टूडेंट्स के बीच इनोवेशन, क्रिएटिविटी और वैज्ञानिक पहलुओं को बढ़ावा देना है। ऐसे में देश और विदेश की कई दिग्गज टेक कंपनियां जैसे एडोबी, अमेज़न, इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट और आईबीएम मोदी सरकार की अटल इनोवेशन मिशन के तहत पार्टनरशिप की हुई है। हालांकि इस योजना के तहत अटल टिंकरिंग लैब की शुभारंभ हुई है।
जानें क्या-क्या होगी सुविधाएं
छात्रों को इस लैब से 3D प्रिंटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स के नए तकनीकों से रूबरू होने का अवसर मिलेगा। बच्चों को 21 वीं शताब्दी के जरूरी स्किल्स और उनसे मुखातिब होने का मौका अटल टिंकरिंग लैब प्रदान करेगा। शिक्षा व्यवस्था के पहले पायदान से ही बच्चों को प्रोफेशनल और पर्सनल स्किल्स जानने का उपयुक्त मौका प्रदान करता है। ऐसे में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे न्यू इंडिया के सपनों को पूरा करने के लिए सबसे अहम हिस्सा बताते है।