जयपुर। राजस्थान में एक फिर मौसम का मिजाज पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से बदल गया है। मंगलवार को प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश हुई। कुछ जिलों में बारिश के साथ ओले भी गिरे। कोटा जिले में सुबह से ही बादल का दौर देखा गया। सर्द हवाएं चली जिस कारण सर्दी का असर भी बढ़ गया। बूंदी व कोटा जिले में कई जगहों पर बरसात के साथ ओले भी गिरे।
1 मार्च से होगा नया पश्चिमी विक्षोम सक्रिय
1 मार्च से नया पश्चिमी विक्षोम सक्रिय होने की आशंका मौसम विभाग ने जताई है। इस वजह से प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। इसके साथ-साथ कुछ जिलों में ओले गिरने की संभावना भी है।
सरसों की फसलों में आई नुकसान
बता दें कि बूंदी जिले के नोताड़ा कस्बे, खटकड़ समेत अन्य जगहों पर मंगलवार सुबह से ही मौसम बदला रहा। सुबह करीब आधे घंटे तक मध्यदर्जे की बारिश दर्ज हुई। बारिश के कारण सरसों की कटाई पर असर पड़ा जिस कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है। वहीं सरसों की कटी फसल अभी कई खेतों में ही पड़ी हुई है। ऐसे में किसानों को फसलों के नुकसान की चिंता लगी हुई है।
झमाझम हुई बारिश, ओलावृष्टि से किसान परेशान
बारां जिले के समरानियां समेत कई गांवों में झमाझम बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। इस वजह से फसलों को नुकसान पंहुचा है, वहीं किसान फसलों को लेकर चिंतित नजर आए। मंगलवार को बारिश के साथ लगभग पांच मिनट तक ओले गिरे। बारिश के बाद एक बार मौसम फिर से सर्द हो गया।
बारिश और ओलावृष्टी के आसार
मौसम केंद्र जयपुर के मुताबिक राजस्थान के कुछ जिलों में 1 मार्च से नया पश्चिमी विक्षोम सक्रिय होने के आसार हैं। इसका असर 01 और 2 मार्च को प्रदेश के बीकानेर, कोटा , जोधपुर, अजमेर, जयपुर, भरतपुर संभाग में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस बीच 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेगी। हालांकि एक मार्च को कुछ जिलों में ओलावृष्टी होने की आशंका है। वहीं 3 मार्च से राज्य के अधिकांश इलाकों में पश्चिमी विक्षोम का असर खत्म होने से मौमस सामान्य रहेगा।