जयपुर। राजस्थान में लगातार मौसम में हो रहे बदलाव से जनजीवन प्रभावित है। ऐसे में प्रदेश में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि का दौर जारी है। इस वजह से खड़ी फसल के साथ-साथ मंडी में बेचने के लिए तैयार अनाज पर भी काफी असर पड़ा है। ऐसे में किसानों की चिंता अधिक बढ़ गई है।
ओलावृष्टि से किसानों को हुआ भारी नुकसान
बेमौसम बारिश होने के कारण खड़ी फसल जैसें सरसों, चना और मसूर के साथ ही अन्य फसल को भी अधिक नुकसान हुआ है। शुक्रवार यानी 1 मार्च को प्रदेश भर में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है। इस दौरान खेतों में खड़ी फसल के साथ ही मंडी में रखा अनाज भी गिला हो गया और बारिश से मसूर, सरसों, चना की फसल को अधिक नुकसान हुआ है।
1 व 2 मार्च को IMD का अलर्ट जारी
प्रदेश में कल यानी 1 मार्च को टोंक, जैसलमेर, श्रीगंगानगर, झालावाड़, दूदू, अजमेर, दौसा, सवाई माधोपुर, बूंदी, जयपुर सहित कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश दर्ज हुई। कई जिलों में ओलावृष्टि भी हुई है।
मौसम विभाग ने 1 और 2 मार्च को प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश होने की चेतावनी दी है।
किसानों को दी गई एडवाइस
मौसम विभाग ने मौसम के बदलते रुख को देखते हुए किसानों को विशेष रूप से चेतावनी दी थी कि वे अनाज को सुरक्षित स्थान पर संरक्षण कर लें। ऐसे में बेमौसम बारिश ने खेतों में खड़ी फसलों को लेकर किसान की चिंता अधिक बढ़ा दी है। खेतों में अभी गेहूं, लहसुन, सरसों, धनिया की खड़ी फसलों की क्वालिटी पर बारिश व ओलावृष्टि से असर पड़ सकता है।
आकाशीय बिजली गिरने से गई कई लोगों की जान
पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के वजह से शुक्रवार यानी 1 मार्च को राजस्थान में मौसम का मूड बदला रहा। कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि का दौर देखा गया। वहीं तेज हवा के साथ बारिश हुई। इस दौरान प्रदेश के अलग-अलग जिलों में आकाशीय बिजली गिरी, जिससें छह लोगों की जान चली गई।