जयपुर। इस साल होली का पर्व मार्च माह के 24 और 25 तारीख को मनाया जाएगा। ऐसे में फाल्गुन माह शुरू होने के साथ ही कहे जाने वाले छोटीकाशी में फाल्गान माह का रंग बिखरने लगा है। बात करें गोविंद दरवार की तो यहां भी फागोत्सव का आयोजन शुरू हो गया है।
कल से निकाली जाएगी रचना झांकी
मार्च के पहले सप्ताह से ही आराध्य गोविंद देवजी मंदिर में फागोत्सव कार्यक्रम परवान चढ़ने जा रहा है। बता दें कि 5 मार्च यानी कल से यहां के मंदिरों में रचना झांकी के माध्यम से श्रीकृष्ण की अलग-अलग रूपों की झांकिया निकाली जाएगी। ऐसे में मंदिरों में ठाकुर जी को गुलाल से रंगे वस्त्र धारण करवाए जाएंगे, इसके पश्चात भगवान को गुलाल अर्पित किया जाएगा। गोविंददेवजी मंदिर में रचना झांकी में श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़ी झांकियों के दर्शन करने का सौभाग्य मिलेगा।
24 मार्च को गुलाल होली की झांकी
बता दें कि भगवान की झांकियों में श्री कृष्ण के अलग-अलग लीलाओं को दिखाया जाएगा। झांकी में श्री कृष्ण के बाल अवस्था से लेकर महारास की लीलाएं भी दिखाई जाएगी। 5 से 16 मार्च तक रचना झांकी दर्शन का समय दोपहर 12:30 से 12: 45 बजे तक रहेगा। 24 मार्च को गोविंद देवजी मंदिर में गुलाल होली का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान ठाकुरजी राधेरानी के संग होली खेलते दिखेंगे। इस खुशी में भक्त भी होली के रंग में रंगने के लिए पहुंचेंगे। ऐसे में मंदिर में भक्त भी ठाकुरजी के साथ होली खेलते दिखेंगे।
पुष्प फागोत्सव का आयोजन 20- 21 मार्च
20 और 21 मार्च को पुष्प फागोत्सव का विशेष कार्यक्रम होगा। भजन सम्राट बाल व्यास श्रीकांत शर्मा दोपहर एक से शाम 4:30 बजे तक भजनों की अमृत वर्षा करेंगे। कलाकार फाल्गुनी नृत्य की प्रस्तुतियां देंगे। कोलकाता, बरसाना और शेखावाटी केे कलाकार पुष्प फागोत्सव में अपनी प्रस्तुतियों से चार चांद लगाएंगे।
ठाकुर के समक्ष 24 मार्च को भक्त खेलेंगे होली
होली पद भजनामृत वर्षा अनुष्ठान का विशेष कार्यक्रम 22 मार्च को होगा। दोपहर 1 से शाम 4:30 बजे तक भजनों की स्वर लहरियां कोलकाता के पं. मालीराम शास्त्री बिखरेंगे। गोविंददेवजी को भजनों के माध्यम से रिझाया जाएगा। इस दौरान विशेष नृत्य की प्रस्तुति होगी। 24 मार्च को निज मंदिर में राजभोग आरती सुबह 11.15 बजे के बाद भक्त गुलाल से ठाकुर के समक्ष होली खेलेंगे।