Sunday, September 8, 2024

QR Code System : स्वच्छता के लिए QR Code सिस्टम लागू, जानें कैसे मिलेगा फायदा

जयपुर : राजस्थान तो पर्यटन और डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए दुनिया भर में फेमस है, लेकिन प्रदेश का झीलों का शहर उदयपुर इन दिनों सफाई व्यवस्था में पिछड़ता जा रहा है. इसका सबसे बड़ा उदाहरण साल 2023 की आई रैंकिंग से भी स्पष्ट हो गया है. बता दें कि साल 2022 में उदयपुर की 122 रैंक थी जो साल 2023 में 206 तक पहुंच चुकी है. वहीं अब की बात करें तो अब भी स्थिति में कुछ सुधार नहीं दिख रहा है. इसको देखते हुए उदयपुर का प्रशासन चिंता में है. यहां के डिविजनल कमिश्नर राजेंद्र भत्ता ने इस रैंकिंग को लेकर कहा कि उदयपुर के विस्तार के साथ सफाई व्यवस्था बड़ी चुनौती बन गई है।

पर्यटकों में उदयपुर को लेकर नकारात्मक छवि

उदयपुर विकास प्राधिकरण के लगभग इलाकों में सही ढंग से सफाई नहीं हो रही है, जिससे आमलोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं पर्यटकों के बीच भी अब उदयपुर शहर को लेकर नकारात्मक छवि बनती जा रही है. ऐसे में इन परेशानियों को दूर करने के लिए बड़े निर्णय लिए गए है। शहर को स्वच्छ बनाने के लिए एक बैठक की आयोजन हुई, जिसमे उदयपुर की गिरती हुई रैंकिंग को लेकर चर्चा की गई। हालांकि बैठक में यह निर्णय लिया गया कि उदयपुर को स्वच्छ कैसे रखें। इस दौरान उदयपुर जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल ने लोगों ने स्वच्छता को लेकर जागरूक होने की अपील की.

बैठक में लिए गए यह निर्णय

  • गीला और सूखा कचरा को अलगा-अलग कचरा पात्र में रखें, इसके लिए प्रत्येक परिवार को हरे और नीले रंग के दो कचरा पात्र दिए जाएंगे।
  • गीला और सुखा कचरा अलग-अलग डस्टबिन में रखें।
  • सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग के लिए क्यूआर कोड सिस्टम लागू होगी।
  • क्यूआर कोड के तहत अगर सफाई ठीक से नहीं होता है तो आप (आमजन ) सीधे शिकायत कर सकेंगे.
  • शिकायत मिलने पर ठेकेदार पर जुर्माना लगाया जाएगा।
  • घर-घर कचरा संग्रहण की व्यवस्था आचार संहिता के बाद शुरू होगा।
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