जयपुर: राम मंदिर (Ram Mandir) में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को संपन्न हुआ। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस के न पहुंचने से सियासी गलियारों में पारा तेज है। कांग्रेस इसे बीजेपी (BJP) का निजी इवेंट बताकर न्योता ठुकराया तो इसके बाद से ही कांग्रेस (Congress) आलोचना का केंद्र बनी। इस मामले को लेकर कांग्रेस बार-बार यह कह रही है कि राम मंदिर बनाने का फैसला सुप्रीम कोर्ट का है. वहीं, अब राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने इस को लेकर दावा किया है कि अगर केंद्र में NDA नहीं बल्कि UPA की सरकार भी होती तो भी राम मंदिर का निर्माण होता. इसको लेकर अब अशोक गहलोत ने एक बड़ा खुलासा किया है.
राम मंदिर को लेकर जनता में फैला रहे भ्रम
अशोक गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी राम मंदिर को लेकर जनता में भ्रम पैदा कर रहे हैं और वह आमचुनाव जीतने के लिए किसी भी हद को पार कर सकते हैं. मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस के आने पर राम मंदिर को कोई खतरा नहीं होने जा रहा।
मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर
इसके साथ ही अशोक गहलोत का कहा कि, ”राम मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हुआ है…अगर सरकार एनडीए की बजाय यूपीए की होती तब भी मंदिर का निर्माण होता…वे (बीजेपी) भ्रम फैला रहे हैं …जनता समझ चुकी है कि पीएम मोदी चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं”
प्रदेश में सभी सीटों पर मतदान समाप्त
राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों पर दो फेजों के तहत 19 अप्रैल और 26 अप्रैल को वोटिंग हुई है. प्रदेश में आमचुनाव संपन्न होने के बाद भाजपा और कांग्रेस के नेता अब दूसरे प्रदेशों में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करने में जुटे हुए हैं. इसी दौरान अशोक गहलोत इन दिनों उत्तर प्रदेश के अमेठी में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे हैं और कांग्रेस के उम्मीदवार के पक्ष में जनसभा को संबोधित भी करते हुए दिख रहे हैं. कांग्रेस ने यहां भाजपा की सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ किशोरी लाल शर्मा को टिकट दिया है।