जयपुर। बांदीकुई के कट्टा अस्पताल में पीलिया और टाइफाइड के इलाज के लिए भर्ती किए गए मरीज को थायराइड का इलाज देने का मामला सामने आया है। मामले में न केवल मरीज को गलत इलाज दिया गया बल्कि आरजीएचएस के तहत भर्ती मरीज से पैसा भी वसूला गया। मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जानकारी लेकर अस्पताल के रिकॉर्ड जब्त कर लिए हैं।
थायराइड का किया गया इलाज
जानकारी के मुताबिक 17 मई को कट्टा हॉस्पिटल में एक सरकारी शिक्षक ने अपनी 74 वर्षीय मां को पीलिया, टाइफाइड और पथरी के इलाज के लिए भर्ती कराया था। अस्पताल में एक नाम के 2 मरीजों की भर्ती के कारण यह गफलत हुई और रिपोर्ट बदलने के कारण कमला नाम की दो महिला मरीजों के भर्ती होने के चलते टाइफाइड की मरीज को थायराइड का इलाज देने का मामला प्रकाश में आया।
लापरवाही का मामला आया सामने
सोमवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सीताराम मीणा ने बांदीकुई शहर के बसवा रोड स्थित कट्टा हॉस्पिटल में जाकर मामले की जानकारी ली और वहां के रिकॉर्ड जब्त कर लिए। उन्होंने कहा कि डॉक्टर सुनील कट्टा ने माना है कि RGHS के कार्ड से भर्ती कमला देवी को थायराइड की दवा दी गई है। हॉस्पिटल का यह कोई पहला मामला नहीं है बल्कि इससे पूर्व भी लापरवाही के कई नमूने सामने आते रहे हैं, जिसके चलते हाल ही में कट्टा हॉस्पिटल के खिलाफ न्यायालय ने लाखों रुपए का जुर्माना भी लगाया था। अब यह नया मामला सामने आने के बाद अब चिकित्सा विभाग द्वारा लिए जाने वाले एक्शन पर सबकी निगाहें हैं।