जयपुर। राज्यसभा में आज केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट पर चर्चा होगी। इसके अलावा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट पर भी बातचीत होगी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय बजट को पक्षपाती और गरीब विरोधी बताया है। ऐसे में आज इन मुद्दों को लेकर सदन में बहस देखने को मिल सकती है।
आम बजट पर चर्चा जारी
राज्यसभा में आम बजट पर चर्चा चल रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्यसभा में कहा, “हर बजट में आपको इस देश के हर राज्य का नाम लेने का मौका नहीं मिलता। कैबिनेट ने वडवन पर एक बंदरगाह स्थापित करने का निर्णय लिया था,लेकिन कल बजट में महाराष्ट्र का नाम नहीं लिया गया। क्या इसका मतलब यह है कि महाराष्ट्र उपेक्षित महसूस करता है? वित्त मंत्री ने आगे कहा कि यदि भाषण में किसी विशेष राज्य का नाम लिया जाता है, तो क्या इसका मतलब यह है कि भारत सरकार के कार्यक्रम इन राज्यों में नहीं जाते हैं? यह कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष का जानबूझकर लोगों को यह महसूस कराने का प्रयास किया जा रहा कि हमारे राज्यों को कुछ भी नहीं दिया गया है। यह एक अपमानजनक आरोप है।”
राघव चड्डा ने बजट को निराशाजनक बताया
आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा, “इस बजट से करीबन सभी लोग निराश हैं। सिवाय दो लोगों के, एक नीतीश कुमार और दूसरा चंद्रबाबू नायडू के। सभी आर्थिक रिपोर्ट यह निष्कर्ष निकालती हैं कि आय नहीं बढ़ रही है, लेकिन देश में कीमतें बढ़ रही हैं।
सरकार ने देश के निवेशकों को पंगु बना दिया है। इस बजट ने समाज के सभी वर्गों को दुखी कर दिया है। इस बजट में लाए गए दंडात्मक प्रावधानों को खत्म किया जाना चाहिए।”केंद्रीय बजट पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई का कहना है कि “पूरा देश बजट से परेशान है। सभी राज्यों के लोग निराश हैं, क्योंकि भाजपा उनके बुनियादी मुद्दों को हल करने में विफल रही है। इस बजट में सरकार की मजबूरी साफ दिखाई दे रही है। आई.एन.डी.आई. ब्लॉक बजट में किए गए अन्याय के खिलाफ विरोध कर रहा है।”