जयपुर। तीर्थ नगरी पुष्कर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु स्नान करने के लिए आते हैं। ऐसे में खबर आ रही है कि पुष्कर सरोवर में हजारों की संख्या में मछलियां मर रही हैं। जिससे लोगों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंच रही है,प्रतिदिन मर रही मछलियों से सरोवर का पानी गंदा हो रहा है।
मछलियों के मरने की वजह
मछलियों के मरने से सरोवर के पानी मे गंध आ रही है। वर्तमान में ही पुष्कर सरोवर को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है। जिसमें बताया गया कि पिछले एक सप्ताह में हजारों मछलियों की मृत्यु हो गई। इस मामले में पंडित चंद्रशेखर शर्मा ने जानकारी दी कि तेज गर्मी के कारण उमस हो रही है और मछलियां तेजी से मर रही हैं। पुरोहित पहले घाटों की सफाई करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। हमारी गलती है कि हम अपनी जिम्मेदारियों को निभा नहीं पा रहे हैं। जो भी श्रद्धालु आते हैं वह सरोवर में दान डाल कर चले जाते है। जिस वजह से भी बड़ी संख्या में मछलियां मृत हो रही हैं।
आस्था को पहुंची ठेस
बता दें कि करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र पुष्कर सरोवर में मछलियों की जान खतरे में हैं। सरोवर में पिछले दो सप्ताह से मछलियां तड़प-तड़प कर मर रही हैं। प्रतिदिन डेढ़ से दो हजार मछलियां मृत हो गई तथा इनकी संख्या में दिन- प्रतिदिन बढ़ोत्तरी हो रही है। वहीं सरोवर में स्नान-ध्यान करने व सावन मास में सरोवर का जल कावड़ों में ले जाने के लिए दूर-दराज से कावड़ियां यहां आते है। आने वाले कावड़ियों की धार्मिक भावना को ठेस पहुंच रही है, वहीं तीर्थ पुरोहित इस बात को लेकर बहुत चिंता में हैं। लेकिन मछलियों के प्राण बचाने के लिए अभी तक जिला व नगर पालिका प्रशासन की ओर से इसके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए है और ना ही कोई नीति
बनाई गई।