जयपुर। आज करगिल युद्ध की जीत को 25 साल पूरे हो गए। इस जीत को देशभर में रजत जयंती के रूप में मनाया जा रहा है। करगिल सहित सीमा की अन्य चौकियों व पहाडिय़ों को दुश्मन के कब्जे से छुड़वाने के लिए भारतीय सेना की ओर से चलाए गए ‘ऑपरेशन विजय’ में सैनिकों ने साहस का परिचय दिया था। इनमें राजस्थान के भी कई वीरों ने भी शहादत दी थी। सरहद पर मां भारती की रक्षा के लिए दुश्मनों का डटकर सामना किया था ।
शहीदों ने दिया साहस का परिचय
इस दौरान कई लाडले कभी लौटकर वापस नहीं आए, आए तो केवल उनकी साहस के किस्से और तिरंगे में लिपटकर उनकी पार्थिव शरीर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर में अमर जवान ज्योति पहुंचकर करगिल में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल ने कहा मैं उन सभी वीर जवानों को नमन करता हूं जिन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। जवानों ने उन दुर्गम पहाडिय़ों पर और माइनस डिग्री तापमान होते हुए भी हमारे वीर जवानों ने करगिल को विजय किया और दुश्मनों के कब्जे से करगिल को छुड़वाया।
स्वयं को देश के लिए समर्पित किया
उन वीर जवानों में राजस्थान के शहीद होने वाले वीर सपूतों को भी श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं और उनको नमन करते हुए यहां आई उनकी वीरांगनाओं को प्रणाम करता हूं। प्रदेश के वीर सपूतों ने देश के लिए अपने आप को देश के लिए समर्पित कर दिया। मुख्यमंत्री शर्मा ने वीरों को श्रद्धांजलि देने के बाद वहां रखी पुस्तक पर भी हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर उनके साथ राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन राठौर भी उपस्थित रहे।