जयपुर। आज है वर्ल्ड लंग कैंसर डे, आप सभी जानते है कि आजकल कैंसर की बीमारी कितनी आम हो गई है। कैंसर में सबसे प्रमुख है फेफड़ो का कैंसर। फेफड़े का कैंसर मौत की बड़ी वजह बनता जा रहा है। कैंसर के सबसे ज्यादा मामले फेफड़ों से ही संबंधित हैं। यदि आंकड़ो की बात करें तो हर साल करीब 1.6 मिलियन लोगों की मौत का कारण लंग कैंसर है। फेफड़ों का कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जिसकी वजह से हर साल लाखों लोगों की जान जाती है। लंग कैंसर का प्रमुख कारण धूम्रपान है। तंबाकू से बनी चीजों का उपयोग करने वाले लोगों में लगभग 80 प्रतिशत फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। आइए जानते है फेफड़ों के कैंसर के मुख्य कारणों के बारे में।
फेफड़ों के कैंसर के कारण
फेफड़ों के कैंसर का सबसे प्रमुख कारण धूम्रपान माना जाता है। इसमें सिगरेट, हुक्का, बीड़ी और सिगार से निकलने वाला धुआं और तंबाकू फेफड़ों की कोशिकाओं को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं। धूम्रपान करने वाले लोगों को लंग कैंसर का खतरा अधिक होता है। जो लोग लंबे समय तक धूम्रपान करते हैं उन्हें फेफड़ों का कैंसर होने की संभावना ज्यादा होती है।
सेकेंड हैंड स्मोकिंग
इस श्रेणी में वह लोग होते हैं जो स्वयं तो धूम्रपान नहीं करते, लेकिन ऐसे लोगों के करीब रहते हैं जो लगातार धूम्रपान करते हैं। धूम्रपान से निकलने वाले धुएं में सांस लेते हैं। ऐसे लोगों में भी लंग कैंसर होने की संभावना ज्यादा रहती है। फेफड़ों के कैंसर का एक प्रमुख कारणों में एक ये भी है।
वायु प्रदूषण
अगर आप ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहां वायु प्रदूषण अधिक होता है तो आपको लंग कैंसर का खतरा हो सकता है। खासतौर से जो लोग कारखानों में काम करते हैं। किसी नवनिर्माण की जगहों या इंडस्ट्रियल एरिया में रहते हैं या काम करते हैं उन्हें फेफड़ों से जुड़ी बीमारी होने का खतरा ज्यादा होता हैं। ऐसे लोग कई तरह के रसायनिक पदार्थों के संपर्क में आते हैं जो फेफड़ों के लिए खतरनाक साबित होते हैं। जहरीली गैसों से भी लंग कैंसर का खतरा बढ़ता है।