Thursday, November 21, 2024

Martyr: डेंगू से हुई मौत, जवान को शहीद का दर्जा दिलाने के लिए धरने पर बैठे लोग

जयपुर। जम्मू-कश्मीर में ट्रेनिंग के दौरान बीमार जवान की इलाज के दौरान मौत हो गई। आज उनके पार्थिक शरीर को बाड़मेर लाया गया। श्रद्धांजलि के बाद पार्थिक शरीर को पैतृक गांव के लिए रवाना किया गया। इस दौरान भारी संख्या में लोग जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए इकट्ठा हुए। लोगों ने शव वाहन के आगे और पीछे वाहनों से रैली निकाली।

24 सितंबर को खराब हुई थी तबियत

जवान डाऊलाल प्रजापत बाड़मेर जिले के मीठी नाडी का निवासी है। 24 सितंबर को डेंगू से उनकी तबियत खराब होने के बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था। इलाज के दौरान ही उन्होंने दम तोड़ दिया। आज उनका पार्थिव शरीर बाड़मेर पहुंचा तो कुछ लोग मृतक को शहीद का दर्जा देने की मांग करने लगे और शव वाहन के आगे ही धरने पर बैठ गए। काफी देर तक यह विरोध जारी रहा। जिसके बाद स्थानीय सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल और चौहटन विधायक आदुराम मेघवाल ने पीड़ित परिवार को समझाया।

2019 में सेना में भर्ती हुए थे

यह भी कहा कि उनकी मांगों को लेकर उच्च स्तर पर बातचीत की जाएगी। इसके बाद विरोध समाप्त हुआ और जवान का शव पैतृक गांव के लिए रवाना हुआ, लेकिन जैसे ही शव मृतक के गांव धनाऊ पहुंचा तो बड़ी संख्या में लोग शहीद दर्जे की मांग लेकर फिर धरने पर बैठ गए। डाऊलाल प्रजापत साल 2019 में सेना में भर्ती हुए थे। वर्तमान में वे 130 वायु रक्षा रेजीमेंट में गनर के पद पर कार्य कर रहे थे। उनकी पोस्टिंग इन दिनों चंडीगढ़ में थी।

डेंगू से हुई मौत

कुछ दिनों पहले 14 सितंबर को आयोजित हुई कंट्री क्रॉस रेस में डाऊलाल ने गोल्ड मेडल जीता था। उसके ठीक 10 दिन बाद यानी 24 सितंबर को जम्मू कश्मीर में ट्रेनिंग के दौरान वह बीमार हो गए। उन्हें इलाज के लिए उधमपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर्स ने डेंगू की पुष्टि की थी। सेहत में सुधार ना होने पर चंडीगढ़ रेफर किया गया, जहां डेंगू से पीड़ित डाऊलाल के फेफड़ों में इंफेक्शन होने से मौत हो गई।

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