जयपुर। अजमेर के नसीराबाद में को-ऑपरेटिव केंद्र पर शुक्रवार को किसान महापंचायत की। महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व में किसान पंचायत बिठाई गई। जिसमें सनोद, झड़वासा, देराठु, जसवंतपुरा, चाट, तिहारी, भटियाणी,लोहरवाड़ा, बाघसूरी, बूबानिया आदि गांवों के किसानों की उपस्थिति में एमएसपी खरीद बंद होने पर चर्चा की गई।
किसानों का घाटा हो रहा
पंचायतों की सर्वसम्मति से शुक्रवार को धरना प्रारंभ किया गया था। शनिवार को अजमेर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के लिए किसान अजमेर की ओर बढ़ेंगे। 9 दिसम्बर को प्रधानमंत्री को ज्ञापन देने पहुंचेंगे। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष चतुर्भुज चौधरी का कहना है कि मूंग की खरीद बंद होने से किसान गुस्साएं हुए है। आज के समय में बाजार में मूंग की कीमत 5500 रुपए क्विंटल तक है। वहीं न्यूनतम समर्थन मूल्य 8682 रुपए प्रति क्विंटल है। इस तरह किसानों को एक क्विंटल पर ही 3000 से अधिक का घाटा हो रहा है।
इन लोगों को मिली जिम्मेदारी
जिन किसानों की मूंग खरीदी गई हैं। उन्हें वेयर हाउस में जमा नहीं किया गया है। जिस वजह से किसानों को अपनी खरीद का भुगतान नहीं मिला है। जिस वजह से किसान नाराज नजर आ रहे हैं। यहीं कारण है कि किसान प्रशासन से नाराज है। वह अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं। सर्वसम्मति से भंवरलाल भुकर को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वहीं चतुर्भुज जाट उपाध्यक्ष, भागचंद जाट महामंत्री, जीयाराम जाट कोषाध्यक्ष, करण सिंह जाट मंत्री और कानाराम चौधरी को सोशल मीडिया प्रभारी बनाया गया है।