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आसाराम को एक बार फिर मिली कोर्ट से राहत, जमानत की अवधि बढ़ाने पर मंजूरी

जयपुर। नाबालिग से यौन शोषण के मामले में जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम को राजस्थान हाईकोर्ट से एक बार फिर राहत मिली है। हाईकोर्ट ने उनकी अंतरिम जमानत बढ़ाने की याचिका को मंजूर कर लिया है। साथ ही जमानत को बढ़ाकर 30 जून कर दिया है। आसाराम के अधिवक्ताओं ने इलाज के लिए अंतरिम […]

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Asaram gets relief
  • April 7, 2025 10:29 am IST, Updated 4 hours ago

जयपुर। नाबालिग से यौन शोषण के मामले में जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम को राजस्थान हाईकोर्ट से एक बार फिर राहत मिली है। हाईकोर्ट ने उनकी अंतरिम जमानत बढ़ाने की याचिका को मंजूर कर लिया है। साथ ही जमानत को बढ़ाकर 30 जून कर दिया है। आसाराम के अधिवक्ताओं ने इलाज के लिए अंतरिम जमानत को आगे बढ़ाने के लिए याचिका दायर की थी।

आसाराम का इलाज जारी

वहीं, पीड़िता ने अंतरिम जमानत रद्द करने का आग्रह किया था। बता दें कि निजी अस्पताल में आसाराम का इलाज चल रहा है। याचिका पर सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट की डबल बेंच ने आसाराम की अंतरिम जमानत को आगे बढ़ा दिया है। इस मामले में 2 अप्रैल को भी सुनवाई की गई थी। उस दौरान जस्टिस दिनेश मेहता और जस्टिस विनीत कुमार माथुर की बेंच ने आसाराम को राहत देने से मना कर दिया। साथ ही याचिका को रद्द कर दिया था।

जमानत को आगे बढ़ाने को कहा

सोमवार को राजस्थान हाईकोर्ट की डबल बेंच ने इस मामले में सुनवाई की। जस्टिस दिनेश मेहता और जस्टिस विनीत कुमार माथुर की बेंच में आसाराम के अधिवक्ता और सरकारी पक्ष की दलीलें को सुना। आसाराम के वकील निशांत बोडा ने इलाज पूरा करने के लिए जमानत को आगे बढ़ाने के लिए कहा था। साथ ही यह भी कहा कि आसाराम ने किसी शर्त का उल्लंघन नहीं किया है। गौर करने वाली बात यह है कि अंतरिम जमानत की अवधि खत्म होने के बाद आसाराम ने 1 अप्रैल को दोपहर 1:30 बजे जोधपुर सेंट्रल जेल में आत्मसमर्पण किया था।

अर्जेंट सुनवाई की मांग

सरेंडर के लगभग 10 घंटे बाद रात 11:30 बजे उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इससे पहले गुजरात हाईकोर्ट ने भी इलाज के लिए उन्हें तीन महीने की अंतरिम जमानत दी थी। उसी फैसले को आधार बनाकर राजस्थान हाईकोर्ट में अर्जेंट सुनवाई की मांग की गई थी।


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