जयपुर। इस बार मार्च से अब तक राजस्थान में लगातार आ रहे पश्चिमी अशांतियों और दक्षिणी राजस्थान में बने दो से अधिक साइक्लोनिक प्रणालियों के कारण अच्छी वर्षा हुई है। वहीं मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में एक मार्च से लेकर 3 मई तक सामान्य से चार गुना अधिक पानी बरसा है।
मई में लू का असर कम
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार मई के दूसरे सप्ताह तक लू का असर नहीं रहेगा, लेकिन बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में 9 मई तक तूफान बनने की संभावना है। पश्चिम विक्षोम के प्रभाव से राजस्थान में बारिश और ओलावृष्टि जारी है। बुधवार को इससे कई जिलों में बारिश हुई। इससे जयपुर का तापमान भी घटा। बीती शाम जयपुर में ठंडी हवाएं चली और तापमान में कमी आई। मौसम विभाग ने अब बुधवार को 26 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
पश्चिमी विक्षोभ रहेगा सक्रिय
पश्चिमी विक्षोभ के कारण अधिकांश इलाकों में अगले तीन दिनों तक आंधी और वज्रपात की संभावना है। राजस्थान मौसम विभाग ने बताया है कि पहले विक्षोभ के बाद अब एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। इसलिए, इस सप्ताह 7 मई तक राज्य के अधिकांश जिलों में आंधी और बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी। नए विक्षोभ के कारण प्रदेश के सभी क्षेत्रों में सुहावना बना रहेगा। इसके अलावा, तेज हवाओं के साथ-साथ बारिश की संभावना भी है। कुछ इलाकों में बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के दो बैक टू बैक प्रभाव से राज्य में एक सप्ताह तक बारिश और आंधी की संभावना है। 8 मई से बारिश में कुछ कमी हो सकती है और अधिकतम तापमान 3 से 5 डिग्री सेल्सियस बढ़ सकता है।