जयपुर। राजस्थान में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे- वैसे प्रदेश में नेताओं के बीच जुबानी जंग भी जारी है। ऐसे में राजस्थान चुनाव में कौन बेहतर है का सिलसिला भी देखा जा रहा है। प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टी खुद को बेहतर और विरोधी पार्टी को बदतर बताने की मुहिम में लगे हुए हैं। ताकि ऐसा करने से वोटर को लुभाया जा सके और प्रदेश की सत्ता पर राज कर सकें। इस मौके पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बयानी तंज भी दिया है। उन्होंने आरोप-प्रत्यारोप का कार्ड खेलते हुए कांग्रेस और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर हमला किया है।
फ्री…फ्री…फ्री… के फंडे पर धावा बोली
वसुंधरा राजे ने मुफ्त बिजली के मुद्दे पर कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि पार्टी सूबे में मुफ्त बिजली को अपना प्रमुख हथियार बना मतदाताओं को लुभाने की प्रयाश में जुटी है तो वहीं फ्री…फ्री…फ्री… के फंडे पर जमकर धावा बोला है. उंहोने कहा कि कांग्रेस कुछ भी मुफ्त में नहीं दे रही है, बल्कि जनता का पैसा जनता की ही एक जेब से निकालकर दूसरी जेब में रख रही है और इसके साथ फ्री बिजली का ढिंढोरा पिट रही है। उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग कितने भोले-भाले हैं. आपलोगों को कांग्रेस बोल दी कि आपकी बिजली माफ कर रहे हैं तो इससे आप बहुत खुश हो गए. उन्होंने मौके पर कहा कि कांग्रेस सरकार कुछ नहीं दिया है। इस कड़ी में उन्होंने कहा कि कांग्रेस कुछ फ्री नहीं दे रही है।
72 घंटे में ट्रांसफॉर्मर दिया करते थे हम
वसुंधरा राजे ने हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि 72 घंटे में हमारी सरकार ट्रांसफॉर्मर दिया करता था. इस कड़ी में उन्होंने कहा कि आज देख लो ट्रांसफॉर्मर कितने घंटों में मिलता है. मौके पर राजे ने जनता से कहा कि आप लोग भी देख लो किस तरह से इन लोगों ने (कांग्रेस) कैसे आपके साथ छल किया है.
CM चेहरों का खुलासा नहीं
आपको बता दें कि राजस्थान के चुनाव में दोनों ही मुख्य पार्टी भाजपा और कांग्रेस ने अपने CM चेहरों का खुलासा नहीं किया है, लेकिन दो नामों पर राजनीतिक गलियारों में सबकी नजर है. कांग्रेस से अशोक गहलोत और भाजपा से वसुंधरा राजे सिंधिया मुख्यमंत्री पद के लिए प्रबल दावेदार हैं. हालांकि इसका खुलासा तो 3 दिसंबर को चुनावी परिणाम आने के बाद ही साफ होगा.
चुनावी समीकरण 2023
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 25 नवम्बर को होगा और चुनावी परिणाम 3 दिसंबर को जारी किए जाएंगे। ऐसे में प्रदेश भर में राजनीतिक दलों ने पूरी मजबूती के साथ तैयारी कर ली है। वहीं राज्य में निष्पक्ष, भयहीन और शांतिपूर्ण वोटिंग के लिए प्रशासन अलर्ट मोड में है।