Saturday, July 27, 2024

Jaisalmer Desert Festival 2024: डेजर्ट फेस्टिवल का आज अंतिम दिन, जानें आज क्या होगा खास

जयपुर। राजस्थान के जैसलमेर में पिछले दिनों से डेजर्ट फेस्टिवल का समारोह चल रहा है। यह फेस्टिवल देश-विदेश में भी प्रशिद्ध है। ऐसे में इस फेस्टिवल का आज यानी शनिवार को अंतिम दिन है। अंतरराष्ट्रीय डेजर्ट फेस्टिवल में कल शाम यानी 23 फरवरी को सजी सुरों की महफिल में लोक कलाकारों सहित देश के जाने माने गायकों ने अपनी गायकी से फेस्टिवल में जान भर दी।

ये गायकों के सुरों पर झूमते दिखें लोग

अंतरराष्ट्रीय डेजर्ट फेस्टिवल में शुक्रवार शाम को स्टेडियम में सुरों की महफिल में पूनम सिंह ने चार चांद लगा दिए। कल यानी 23 फरवरी को इस सांस्कृतिक संध्या में गाजी खान बरना, घेवर खान, सरवर खान-जस्सी गिल, बबल राय, सरताज खान सहित कई जाने माने कलाकारों ने अपनी कला का कहर बरसाया। ऐसे में वहां मौजूद दर्शक भी देर रात तक इनके सुरों पर गाते झूमते हुए दिखें।

कार्यक्रम की शुरुआत में ये हुए सम्मानित

बता दें कि जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने गाजी खान बरना और चंद्रप्रकाश व्यास को कार्यक्रम की शुरुआत में सम्मानित किया। प्रस्तुतियों की शुरुआत कमायचा वादक घेवर खान की ईडोनी और अन्नू की घुटना चक्री नृत्य से हुई। वहीं उदाराम ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया।

दंगल फिल्म में गाए गीत की हुई प्रस्तुति

इस अंतरराष्ट्रीय डेजर्ट फेस्टिवल में दंगल फिल्म में गाए अपने गीत ‘सेहत के लिए बापू हानिकारक’ की प्रस्तुति भी हुई। वहीं पंजाबी संगीत की दुनिया के स्टार जस्सी गिल और बबल राय ने अपने गानों से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। हालांकि सेलिब्रिटी नाइट का जमकर आनंद देशी-विदेशी सैलानियों ने लिया।

डेजर्ट फेस्टिवल का आज अंतिम दिन

शनिवार यानी आज डेजर्ट फेस्टिवल के अंतिम दिन सुबह 7.30 बजे खांभा फोर्ट में पीकॉक साइटिंग और लाइव इंसट्रूमेंटल म्यूजिक का आयोजन किया गया। कुलधरा में आज सुबह 10 बजे रंगोली, मांडना और वॉल पेन्टिंग का आयोजन हुआ । वहीं लाणेला के रण में 12 बजे से 4 बजे तक घुड़दौड़ होगी। दोपहर 12 बजे से खुहड़ी गांव के समीप केमल सफारी और लाइव लोक संगीत कार्यक्रम का आयोजन चल रहा है। खुहड़ी गांव के समीप केमल डांस, केमल रेस और केमल टेटू शो का आयोजन 2.30 बजे से होगा।

आज का शेष कार्यक्रम

सम के पास केमल रेस तथा आइकंस ऑफ जैसलमेर का आयोजन आज शाम 5.30 से 6.30 तक होगा, इस दौरान नन्दकिशोर शर्मा, लक्ष्मीनारायण खत्री, चतरसिंह रामगढ़ और पार्थ जगाणी को सम्मानित भी किया जाएगा। वहीं शाम को 6.30 बजे से सम के समीप लखमना ड्यून्स पर सॉन्ग्स ऑफ द सैंड के तहत तगाराम भील और विश्व प्रसिद्ध कालबेलिया कलाकार गुलाबो देवी की प्रस्तुति होने वाली है।

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