जयपुर। राजस्थान के झुंझुनू जिले के गांव भैसावता कलां के निवासी सिपाही अजय सिंह और डुमोली कलां गांव के निवासी सिपाही बिजेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को जयपुर लाया गया है। सैनिकों के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव भैसावता और डुमोली से झुंझुनू ले जाया जाएगा। दोनों सिपाहियों के गांवों में मातम पसरा पड़ा है। कल जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान एक अधिकारी समेत चार भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।
4 सैनिक हुए शहीद
राजस्थान के दो लालों ने जम्मू-कश्मीर के डोडा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। दोनों सैनिक झुंझुनू जिले के स्थानीय निवासी थे। बलिदान की खबर जैसे ही उनके पैतृक गांवों में पहुंची। वैसे ही पूरे इलाके में मातम पसरा पड़ा है। झुंझुनू जिले के सैनिक बिजेंद्र और अजय सिंह जम्मू और कश्मीर के डोडा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए हैं। आतंकवादियों की गोलीबारी में कैप्टन बृजेश थापा, सिपाही अजय, नायक डी. राजेश और सिपाही बिजेंद्र कुमार शहीद हो गए। अजय और बिजेंद्र राजस्थान के झुंझुनू जिले के अलग-अलग गांवों के रहने वाले थे।
सैनिकों ने दी शहादत
अजय सिंह के रिश्तेदार गिरवर सिंह नरूका का कहना है कि वह उनके भाई का पोता था और सर्च ऑपरेशन के दौरान शहीद हो गया। उन्होंने कहा कि अजय सिंह के चाचा भी भारतीय सेना में कार्यरत हैं और वह सेना मेडल से सम्मानित हैं। अजय सिंह के दोस्त पिंटू का कहना है कि, ‘यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है कि उन्होंने देश की रक्षा के लिए शहादत दी है। साथ ही यह असहनीय दुख की घड़ी है कि मैंने अपने भाई जैसा दोस्त खो दिया।’ जयुपर में सिपाही अजय नरुका और बिजेंद्र कुमार के पार्थिव शरीर को अंतिम श्रद्धांजलि दी गई है। राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मुठभेड़ मे शहीद हुए दोनों सेैनिकों की शहादत पर दुख जताया है। साथ ही आतंकवादियों की बढ़ती घटनाओं को लेकर सरकार से अहम कदम उठाने की बात कही है।