जयपुर। पंजाब के अमृतसर वाघा बॉर्डर की तर्ज पर बीएसएफ की रिट्रीट सेरेमनी अगले साल की शुरूआत में जैसलेमेर स्थित तनोट राय माता मंदिर कॉम्पलेक्स में शुरू की जाएगी। इसके लिए तनोट में एम्फीथियेटर बनाने का काम तेजी से किया जा रहा है।
प्रतिदिन जवान परेड करेंगे
इसमें 1000 लोगों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी। यहां प्रतिदिन शाम को बीएसएफ के जवान परेड करेंगे। जिसमें बीएसएफ के जवान विधिवत पूर्वक तिरंगा उतारेंगे। इसके साथ ही कैमल शो समेत अन्य कार्यक्रम का भी प्रदर्शन किया जाएगा। तनोट पाकिस्तान बॉर्डर से 20 किलोमीटर की दूरी पर है। वाघा बॉर्डर की तरह यहां सामने पाकिस्तानी रेंजर्स उपस्थित नहीं रहेंगे, लेकिन बाकी की सभी सेरेमनी वाघा बॉर्डर के समान ही आयोजित की जाएगी।
रिट्रीट सेरेमनी में स्थान में बदलाव
गौर करने वाली बात यह है कि केंद्र सरकार के बॉर्डर टूरिज्म पर्यटन के तहत 2021 में तनोट के पास स्थित बबलियान सीमा चौकी को रिट्रीट सेरेमनी के लिए विकसित किया गया था। यहां स्टेडियम, सेल्फी पॉइंट और वॉच टावर जैसी कई सुविधाएं 2022 में विकसित कर दी गई, लेकिन रिट्रीट सेरेमनी शुरू करने के प्रोजेक्ट को बबलियान में फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। इसकी जगह अब जैसलमेर के तनोट को चुना गया है।
17.67 करोड़ रुपए की मंजूरी दी
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने बॉर्डर टूरिज्म के तहत तनोट कॉम्पलेक्स बनाने के लिए 17.67 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी। जिसे एक साल में ही तैयार किया जाना है। बीएसएफ की इंजीनियरिंग विंग ने अब तक 70 फीसदी से ज्यादा का काम पूरा कर लिया है। इस प्रोजेक्ट का निर्माण 4.57 एकड़ में किया जा रहा है। इसके तहत 686 वर्गमीटर में इंटरप्रिटेशन सेंटर, 434 वर्गमीटर में एम्फीथियेटर, 434 वर्ग मीटर का कैफेटेरिया, सोविनियर शॉप, 183 वर्ग मीटर का वीआईपी ब्लॉक, टॉयलट ब्लॉक विकसित किए जा रहे हैं।