जयपुर। राजस्थान के बूंदी जिले में गुरुवार सुबह एक गुरुकुल में अचानक से आग लग गई। आग लगने से 3 बच्चे बुरी तरह से झुलस गए। इस हादसे के बाद उन्हें नैनवा के एक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया। जहां प्राथमिकी चिकित्सा के बाद डॉक्टरों ने एक बच्चे को बूंदी तो वहीं 2 बच्चों को कोटा रैफर कर दिया।
चिंगारी पलंग पर गिरी
जिन बच्चों को कोटा रैफर किया गया है। वे 80% फीसदी तक जल चुके हैं। इस घटना के बाद से जिला प्रशासन में बवाल मच गया है। मौके पर नैनवा डीएसपी शंकर लाल मीणा ने पहुंचकर बच्चों का हाल-चाल जाना। जिसके बाद कोटा अस्पताल पहुंचकर बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर स्वास्थ्य विभाग से जानकारी ली। आग लगने का कारण टेबल फैन से निकली चिंगारी बताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक चिंगारी सीधा छात्रों के पलंग पर लगे गद्दे पर जा गिरी।
दमकल तलवास गांव पहुंची
इससे पहले कि बच्चों कुछ समझ पाते, इतने में ही आग ने भयंकर रुप धारण कर लिया। चिल्लाने की आवाज सुनकर गुरुकुल में उपस्थित अन्य लोगों ने आग पर काबू पाया और सभी घायल बच्चों को इलाज के लिए नैनवा अस्पताल पहुंचाया। आग की सूचना पर नैनवा और देई थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और दमकल विभाग को भी इस घटना की सूचना दी। दमकल सूचना मिलने पर तलवास गांव के गुरुकुल पहुंची। डीएसपी शंकर लाल का कहना है कि आग से झुलसे 3 बच्चों की उम्र 12 से 13 साल के करीब होगी।
2 बच्चे बूंदी के निवासी
तीनों छात्रों में से दो बच्चे बूंदी और एक बारां जिले का स्थानीय निवासी हैं। जिसमे 13 साल का रितेश शर्मा बूंदी नाहर का चौहट्टा निवासी, 13 साल का शिवशंकर शर्मा बारा जिले का रहने वाला है। वहीं 12 साल का अभिजीत शर्मा बूंदी जिले के बंबोरी गांव का निवासी है।