जयपुर। कोतवाली थाना पुलिस व डीएसटी की टीम ने बाइक चोरी गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने बाइक चोर मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं उनके कब्जे से चोरी की 16 बाइक को बरामद किया है। आरोपियों ने कम समय में अमीर बनने के लिए इस तरह की घटना को अंजाम दिया।
पुलिस की टीम का गठन
एसपी नरेंद्रसिंह मीना का कहना है कि शहर में बढ़ती दुपहिया वाहन चोरी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए एक टीम का गठन किया था। बाड़मेर वृत्त डिप्टी रमेश शर्मा के सुपरविजन में कोतवाल लेखराज, डीएसटी प्रभारी प्रेमाराम और डीसीआरबी प्रभारी महिपालसिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने घटनास्थल पर पहुंच कर करीब 200 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की थी। साथ ही तकनीक की मदद से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद पुलिस को बाइक चोरी गैंग में शामिल सदस्यों के बारे में पता चला। पुलिस ने गैंग का पर्दाफाश कर कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
कई आरोपियों को किया गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपियों में आरोपी छुगसिंह, राजूराम, सावन खां, शिव और सरुपाराम को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने शहर समेत अन्य कई स्थानों पर 16 बाइक चोरी की वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया है। इनमें से 7 बाइक नवरात्रि में गरबा आयोजन स्थलों पर भीड़भाड़ का फायदा उठाते हुए चोरी की गई थी। इसके अलावा बाड़मेर शहर में 14, चौहटन में 1 व एक गुजरात से एक-एक बाइक को चुराया गया था। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ की थी। पूछताछ में और बाइक चोरी की वारदातें की बात सामने आई ।
मास्टर चाबी से चोरी करते थे बाइक
पुलिस ने बताया कि आरोपी मास्टर चाबी से बाइक की चोरी करते थे। फिर एक लाख की बाइक ग्रामीण क्षेत्रों में 10 से 15 हजार रुपए में बेच दिया करते थे। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के निशाने पर नए खास मॉडल की बाइक रहती है। चोरी के खुलासे में हैड कांस्टेबल प्रेमाराम व कांस्टेबल जालमसिंह की विशेष भूमिका बताई जा रही है।