जयपुर। राजस्थान में 3 अप्रैल यानी आज जैन सभा की ओर से रामलीला मैदान में सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर धर्म सभा का आयोजन होगा।
आज ‘महावीर जयंती’ महोत्सव
आपको बता दें कि आज महावीर जयंती महोत्सव के अवसर पर राजस्थान में जैन सभा की ओर से धर्म सभा का आयोजन किया जाएगा। रामलीला मैदान में धर्म सभा में सान्निध्य देने के उपरांत आचार्य ससंघ पार्श्वनाथ जी भवन से सुबह 9 बजे मंगल विहार करेंगे। जानकारी के अनुसार कल यानी 2 अप्रैल को भगवान महावीर के जन्म महोत्सव को आयोजित किया गया था। भगवान महावीर के जन्म महोत्सव को महावीर जयंती कहा जाता हैं। कल जैन समारोह कार्यक्रम के दौरान जुलूस निकाला गया. जुलूस को पांच बत्ती स्थित राजमंदिर सिनेमा से पार्श्वनाथ भवन की ओर निकाला गया. जिसके उपरांत आचार्य वसुनंदी महाराज ससंघ का पार्श्वनाथ भवन में भव्य स्वागत कर प्रवेश कराया गया.
आचार्य ने भवन में दिया प्रवचन
पार्श्वनाथ भवन में आयोजित जैन धर्म सभा में दीप प्रज्जवलन के उपरांत आचार्य ससंघ ने प्रवचन देते हुए कहा कि दान का महत्त्व मन की भावना से होता है न की धन से. उन्होंने कहा दान को हमेशा मन की शुद्ध भावना से करना चाहिए। भगवान के पांचों कल्याणक सभी भक्तों को भक्तिभाव से मानना चाहिए। आचार्य ने प्रवचन देते हुए कहा कि अच्छी भावना का परिणाम अच्छा ही होता है. कार्यक्रम में सुभाष चंद्र जैन, मनीष बैद, अमित पाटनी, प्रकाश गंगवाल समेत अन्य लोग मौजूद रहे. वहीं मंच का संचालन रमेश गंगवाल ने किया।
कौन थे भगवान महावीर
भगवान महावीर जैन धर्म के 24 वें एवं अंतिम तीर्थंकर थे. महावीर भगवान का जन्म बिहार में वैशाली के कुण्डलपुर वंश में हुआ था. अगर समय की बात करें तो उनका जन्म 599 ईसा पूर्व में हुआ था. भगवान महावीर का नाम हमेशा से महावीर नहीं था इनका नाम वर्धमान था. उनकी माता का नाम त्रिशला और पिता का नाम सिद्धार्थ था.