जयपुर। आज राजस्थान अपना 75वां जन्मदिन मना रहा है। ऐसे में प्रदेश भर में निजी और सरकारी स्तर पर तरह-तरह के आयोजन किए जा रहे हैं। अगर बात सरकारी स्तर की करें तो आज राजस्थान में प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटन स्थल पर भ्रमण के लिए फ्री सुविधा दी जा रही है। ऐसे में आज प्रदेश के आमेर महल, जंतर मंतर, हवा महल, अल्बर्ट हॉल, नाहरगढ़ किले समेत अन्य पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों को निःशुल्क में एंट्री दी जा रही है। तो आइए जानते हैं कि देश में राजस्थान अपने 75वें जन्मदिन पर कितने नंबर पर है।
तेजी से बढ़ रहा आबादी
राजस्थान आज अपना 75वां स्थापना दिवस मना रहा है। ऐसे में प्रदेश भर में कई तरह के कार्यक्रम का आयोजन चल रहा है। बता दें कि राजस्थान देश में क्षेत्रफल की नजर से पहले नंबर पर है। आबादी की बात करें तो आबादी की दृष्टिकोण से प्रदेश तेजी से आगे बढ़ते हुए देखा जा रहा है, परंतु दिक्क्त वाली बात यह है कि बढ़ती आबादी के हिसाब से रोजगार और अन्य संसाधन नहीं बढ़ाए जा रहे हैं। बता दें कि जब 1949 में सरदार वल्लभ भाई पटेल ने आज ही के दिन जयपुर में एक समारोह में वृहद् राजस्थान का उद्धघाटन किया था। उसके दो वर्ष के बाद साल 1951 में राजस्थान की आबादी डेढ़ करोड़ रिकॉर्ड हुई थी। लेकिन अब यहां की आबादी अब आठ करोड़ से भी ज्यादा हो गई है। मतलब आबादी 400 प्रतिशत से ज्यादा बढ़े हैं।
आबादी के अनुसार रोजगार नहीं
जानकारी के लिए बता दें तो देश में आखिरी बार जनगणना साल 2011 में हुई थी और अब जल्द ही फिर से जनगणना कराने की तैयारी चल रही है। लेकिन इस बीच अगर हम आपको राजस्थान की जनसंख्या बता रहे हैं तो हाल ही में कोरोना के कारण प्रदेश सरकार ने वैक्सीनेशन के लिए राजस्थान की जनता की गणना कराई थी। जनगणना के दौरान प्रदेश की आबादी करीब आठ करोड़ दस लाख से भी अधिक रिकॉर्ड हुई। इसी गणना के मुताबिक Covid टाइम में वेक्सीनेशन शुरू किए गए थे। वर्तमान की बात करें तो यह संख्या और अधिक बढ़ गई है। वहीं 74 वर्ष में राजस्थान की जनसंख्या 425 फीसदी से भी अधिक दर्ज हुई है। इस अनुपात में प्रदेश भर में रोजगार नहीं बढ़ रहे हैं।
बेरोजगारी के मामले में दूसरे नंबर पर….
पिछले साल यानी 2023 फरवरी में आई एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक देश भर के तमाम राज्यों में बेरोजगारों की संख्या में बढ़ोतरी देखा गया है। देश में राजस्थान और हरियाणा की स्थिति सबसे अधिक खराब हैं। हरियाणा में बेरोजगारों की संख्या 29.4 फीसदी रही, जबकि राजस्थान में यह संख्या 28.3 फीसदी दर्ज की गई है। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश सबसे मजबूत श्रेणी में हैं, यानी इस टेबल में ये दोनों स्टेट सबसे नीचे हैं। छत्तीसगढ़ में यह दर मात्र 0.8 फीसदी है और MP में यह दर 2.2 फीसदी रिकॉर्ड हुई है। राजस्थान की बात करें तो प्रदेश में सरकारें रोजगार के दृष्टिकोण से काम नहीं कर पा रही हैं। यह परिणाम निजी और सरकारी दोनों स्तर पर देखा जा रहा है। दोनो स्तर पर बेरोजगारों की संख्या और अधिक बढ़ रही है।