जयपुर। लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों की तैयारियां लगातार जारी है। ऐसे में प्रदेश की बाड़मेर लोकसभा सीट पर इस साल मुकाबला रोमांचक होने जा रहा है। इस सीट पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार को लेकर सीट हॉट सीट में शामिल है। बता दें कि रविंद्र सिंह भाटी इस सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुकी है। वहीं अब इनका मुकाबला उम्मेदाराम के बीच देखने को मिल रहा है।
इन नेताओं के बीच जबरदस्त मुकाबला
इस बार हो रहे लोकसभा चुनाव में बाड़मेर सीट सबसे अधिक चर्चा का विषय बना हुआ है। इस सीट पर निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी और कांग्रेस के उम्मेदाराम के बीच मुकाबला दिलचस्प नजर आ रहा है। लगता है इस साल हो रहे लोकसभा चुनाव में जनता का मूड मरुस्थल के ऊंट की तरह ही करवट लेगा। इसका फैसला आने वाले 4 जून को साफ़ हो जाएगा। बाड़मेर सीट पर चुनाव दूसरे चरण में होंगे। बीजेपी ने इस सीट पर निर्वतमान सांसद और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को टिकट दिया है। ऐसे में इस सीट पर कांग्रेस से उम्मेदाराम बेनीवाल को मैदान में उतारा गया है। वहीं रविंद्र सिंह भाटी इस सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है। ऐसे में इस सीट पर मुकाबला बेहद ही रोमांचक होने वाला है। बाड़मेर सीट को मुस्लिम और विश्नोई समाज का गढ़ माना जाता है। ऐसे में ये दोनों वर्ग यहां के बड़े वोटर बताए जाते हैं।
इस बार मुस्लिम वोट दिख रहा बंटा हुआ
इस लोकसभा सीट पर इस बार मुस्लिम वोट बंटा हुआ दिख रहा है, जो यहां का बड़ा वोटर माना जाता है। हालांकि कांग्रेस का सबसे मजबूत वोटर वर्ग मुस्लिम वर्ग को माना जाता है लेकिन हरीश चौधरी से मनमुटाव के कारण इस बार यहां का मुस्लिम वोटर रविंद्र सिंह भाटी को भी विकल्प के रूप में नजर आ रहा है। हालांकि कांग्रेस ने इस वर्ग को साधने के लिए यहां अपने सबसे भरोसेमंद नेता हेमाराम चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। हेमाराम लगातार यहां के मुस्लिम नेताओं से संपर्क करते हुए दिख रहे हैं।
इस सीट का जातिगत समीकरण
अगर बात इस सीट की जातिगत समीकरणों की करें तो यहां मुख्य रूप से जाट, विश्नोई, मुस्लिम, राजपूत और एससी हैं। ऐसे में इस साल हो रहे लोकसभा चुनाव में विश्नोइयों से जुड़े कई नेता भाटी के संपर्क में हैं। हालांकि जाट वोटरों की बात करें तो उम्मेदाराम से यहां पार्टी को अधिक उम्मीदें हैं।