जयपुर: लोकसभा चुनाव के बीच राजस्थान के सभी 25 लोकसभा सीटों को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार प्रसार में जुटी हुई हैं। राजस्थान में इस वर्ष दो फेज में आम चुनाव होंगे। इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। वहीं बांसवाड़ा सीट से कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार अरविंद डामोर को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। ऐसा इसलिए हुआ है कि कांग्रेस उम्मीदवार ने बांसवाड़ा सीट से अपना नाम वापस नहीं लिया। बता दें कि पार्टी ने उन्हें 6 सालों के लिए हटा दिया है। मगर वे इस बार लोकसभा चुनाव कांग्रेस के निशान पर ही लड़ेंगे। तो आइए जानते हैं पार्टी ने ऐसा क्यों किया?
जानें किस वजह से पार्टी ने किया निष्कासित
बता दें कि लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी। वहीं बांसवाड़ा सीट से अरविंद डामोर को उम्मीदवार बनाया गया। डामोर ने लोकसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इसके साथ भारतीय आदिवासी पार्टी की तरफ से इस सीट पर राजकुमार रोत को उम्मीदवार बनाया गया। इस बीच रविवार को दोनों पार्टी के बीच गठबंधन हुआ। गठबंधन का ऐलान कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने किया। लेकिन सोमवार को जब इस सीट से नाम वापस लेने की बात हुई तो अरविंद डामोर ने नामांकन पत्र वापस नहीं लिया। इस दौरान डामोर पार्टी से संपर्क दूर कर लिया। जिस वजह से पार्टी ने कठोर कदम उठाते हुए डामोर को पार्टी से 6 सालों के लिए निकाल दिया।
निष्कासित होने के बाद भी लड़ेंगे कांग्रेस से
कांग्रेस से निष्कासित होने पर डामोर ने कहा कि पार्टी ने निष्कासित कर दिया है, लेकिन चुनाव तो पार्टी की तरफ से ही लड़ेंगे। अभी भी पार्टी के प्रत्याशी ही रहेंगे। क्योंकि पार्टी निकालने से पहले ही डामोर को अपना चुनाव चिन्ह दे चुकी थी। ऐसे में पार्टी डामोर के लिए चुनाव प्रचार तो नहीं करेगी। लेकिन वोट उन्हें कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर ही मिलेगा।
बांसवाड़ा सीट पर मुकाबला बना त्रिकोणीय
बांसवाड़ा लोकसभा सीट पर अब मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। अब यहां बीजेपी के महेंद्रजीत सिंह मालवीया, कांग्रेस के अरविंद डामोर और भारत आदिवासी पार्टी के राजकुमार रोत के बीच रोमांचक टक्कर होती नजर आ रही है।