Thursday, November 21, 2024

यहां तोड़ा था बजरंग बली ने भीम का घंमड, आज भी होती है हनुमान जी की विशेष पूजा

जयपुर: देश भर में आज राम भक्त हनुमान जी का बड़े ही हर्षोल्लास के साथ जन्मदिन मनाया जा रहा है। ऐसे में राजस्थान में एक ऐसा जगह से जहां हनुमान जी ने महाबली भीम का घमंड तोडा था। जहां आज भी हनुमान जी वानर रूप में विरजमान है। तो आइए जानते हैं हनुमान जयंती पर ये जगह प्रदेश में कहां स्थित है।

हनुमान जयंती पर उमड़ती है भक्तों की भीड़

राजस्थान में बजरंगबली का एक ऐसा मंदिर है, जिसे पौराणिक महत्व के साथ जोड़ा जा चुका है। बता दें कि यह मंदिर प्रदेश के अरावली की कंधराओं के मध्य भाग में स्थित है। इसे पाण्डूपोल हनुमान मंदिर कहा जाता है। यहां हर वर्ष लक्खी मेले का आयोजन होता है। इस मंदिर का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा है। माना जाता है कि महाभारत काल में पांडवों के वनवास के दौरान अलवर की धरती पर महाबली भीम के अहंकार की हनुमान जी ने चूर-चूर किया था। वहीं भीम ने यहां रास्ता बनाने के लिए गदा से पहाड़ को तोड़ दिया था। यह दृश्य आज भी राजस्थान के पाण्डूपोल में देखने को मिलता है।

क्या है पाण्डूपोल हनुमान मंदिर का इतिहास?

पौराणिक कथाओं के अनुसार बाबा पांडुपोल का इतिहास आज से 5000 साल पहले का बताया गया है। इस मंदिर का इतिहास महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। प्रदेश के सरिस्का जंगल में यह मंदिर स्थित है। बताया जाता है कि पांडुपोल में हनुमान जी ने महाबली भीम को दर्शन दिए थे। जहां बजरंगबली ने महाबली भीम के घमंड को चकनाचूर कर दिए थे। इस वजह से आज तक यह मंदिर सुर्ख़ियों में बना हुआ है। हनुमान जयंती पर देश के कोने-कोने से लोग यहां दर्शन करने पहुंचते हैं। माना जाता है कि यहां विराजमान हनुमान जी के दर्शन मात्र से भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण होती है।

इस मंदिर का कनेक्शन महाभारत काल से

मान्यता है कि जब पांडव अपनी पांचाली के साथ 12 साल के वनबास काट लौट रहे थे ,तो उस दौरान वो कुछ दिनों के लिए में ठहरे। जहां उन्होंने पाया कि यहां से आगे बढ़ने का रास्ता बंद है। फिर पांडवों में से महाबली भीम ने पहाड़ पर अपनी गदा से प्रहार किया जिससे पहाड़ों पर रास्ता खुल गया।

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