जयपुर: इन दिनों राजस्थान में भीषण गर्मी पड़ रही है। क्या आपने कभी सोचा होगा, इतनी प्रचंड गर्मी के बावजूद कश्मीर वाली खेती भी मरुस्थल में संभव हो सकता है? जी हां सुनने में अटपटा लग रहा होगा, लेकिन यह सच्चाई है कि राजस्थान में भी अब कश्मीर जैसे ठंडे प्रदेश में होने वाला केसर का खेती हो रहा है। कहा जाता है न अगर जज्बा अंदर हो तो कोई भी काम कठिन नहीं होता। वो आज राजस्थान के एक युवक ने कर दिखाया है। मानों राजस्थान में कश्मीर की बहार आ गई है। अब रेतीले प्रदेश में भी ठंडे प्रदेश वाले फसल खिल उठी है। कह सकते है कि इसमें कुदरत का करिश्मा है, मगर किसान का भी अधिक मेहनत है। जो इतना मीठा फल देखने को मिला है। बात अगर इस कीमती फसल की करें तो एक सेकंड के लिए आप चौंक उठेंगे कि क्या इतने महंगे फसल! जी हां इस फसल का बाजार भाव मौजूदा समय में 3 लाख रुपए प्रति किलो है.
भीषण गर्मी के बावजूद हुई खेती
इस फसल के भाव सुनने के बाद आपके कानों को यकीन तो नहीं हो रहा होगा। मगर यह फसल कुछ और नहीं है, कश्मीर में उगने वाले फसलों में से एक फसल केसर है। जो अब राजस्थान के किसान अपनी मेहनत से थार जैसे जगहों पर उगा रहे हैं। प्रदेश में अभी मई के माह में कई जगहों का तापमान 45 डिग्री दर्ज हो रहा है। ऐसे में यहां के एक युवा किसान सुनील जाजड़ा ने इतनी गर्मी में इस फसल का प्रयोग कर खेती की जो सफल रहा।
बना है चर्चा का विषय
चर्चा है कि ठंडे प्रदेश की फसलों को गर्म प्रदेश में पैदावार करना आसान नहीं होता। मगर सुनील ने राजस्थान में इस केसर की खेती को एयरोपोनिक्स तकनीक से कर दिखाया है और खास बात यह है कि वह इसमें सफल भी हुआ है। कश्मीर जैसे वादियों में माइनस डिग्री में केसर की खेती की जाती है, वहीं खेती राजस्थान के 45 डिग्री तापमान में सुनील ने कर दिखाया है। सुनील ने कृत्रिम रूप से एक कमरे में तैयार कर केसर की खेती की। उन्होंने केसर की खेती एयरोपोनिक्स तकनीक से 10 गुणा 18 फीट के एक कमरे में की है. इसको लेकर सुनील ने बताया कि जब देश में लॉकडाउन का दौर था तो मेरे अंदर केसर की खेती को लेकर खयाल आया। इसके बाद सुनील श्रीनगर जाकर केसर की खेती कैसे करते हैं, इसको लेकर जानकारी जुटाए। और बीकानेर पहुंच कर केसर की खेती शुरू कर दी जो आज चर्चा का विषय बना हुआ है।