जयपुर: इन दिनों राजस्थान के फतेहपुर में 6 साल की कृष्णा किशोरी बेहद ही मशहूर हो रही है। (Rajasthan News) वह प्रदेश के फतेहपुर नानी बाई के मायरे की कथा सुनाने में व्यस्त चल रही है। अपने कथा से वो लोगों को मंत्रमुग्ध कर रही हैं। कृष्णा किशोरी अभी बहुत छोटी है, वह यूकेजी की छात्रा है। वह बड़ी ही मासूमियत और भक्तिभाव से कथा का कथा सुनाया करती हैं, उनकी इस मासूमियत के कारण हजारों की संख्या में लोग कथा सुनने पहुंच रहे हैं।
कथा में दिखता है अलग बालपन व भोलापन
बता दें कि इस मासूम कृष्णा किशोरी की सभी कथा वाणी में एक अलग ही बालपन व भोलापन और भक्ति का गजब अंदाज देखने को मिलता है। वहीं वे राधा-कृष्ण को अपना मामा-मामी बताते है। साथ ही वह कथा में भावपूर्ण भजन भी खूब गाती रहती हैं। इस वजह से इन दिनों राजस्थान के फतेहपुर में भारी संख्या में भक्त कथास्थल पहुंच कर नानी बाई की कथा सुनने का लुफ्त उठा रहे हैं।
3 घंटे तक बिना रुके सुनाती हैं कथा
इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब कृष्णा प्रेमी व्यासपीठ पर विराजमान होकर कथा सुना रही हैं। वहीं यह कृष्णा किशोरी बिना रुके 3 घंटे तक कथा सुनाती है, इनकी यह क्षमता लोगों को आश्चर्यचकित भी कर रही है। बता दें कि कथा के दौरान जो भी दान मिलता है, उन सभी दान को कृष्णा किशोरी मंदिर में दान करवा देती हैं।
राधा-कृष्ण की मूर्तियों को कहती है मामा-मामी
कृष्णा किशोरी के पिता महेश व्यास कहते हैं कि कृष्णा को हमेशा वृंदावन जाने का होड़ लगा रहता है। पिता बताते है कि जब उन्हें पहली बार वृंदावन लेकर गए तो उन्होंने राधा-कृष्ण की मूर्तियों को मामा-मामी कहकर पुकारा था। तभी से वे इन मूर्तियों को इसी नाम से पुकारती हैं। आगे उन्होंने कहा कि कृष्णा ने नानी बाई के मायरे की कथा अपने दादा बनवारीलाल व्यास की रिकॉर्डिंग सुनकर याद की है। किशोरी के दादा जी एक प्रसिद्ध लेखक व कथावाचक भी रह चुके थे।