जयपुर: बीते कुछ दिन पहले अजमेर के कंचन नगर स्थित मस्जिद के मौलाना की हत्या हुई थी। (Maulvi Massacre) इस मामले में अजमेर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक मौलवी का मर्डर किसी और ने नहीं बल्कि मस्जिद में ही पढ़ने वाले बच्चों ने की थी. मौलाना के अत्याचारों से परेशान बच्चों ने इस वारदात को अंजाम दिया। बच्चों ने मौलाना को पहले नींद की गोली देकर सुलाया. फिर लाठी डंडों से पीट पीटकर उसकी जान ले ली. बाद में बच्चों ने पुलिस के सामने झूठी कहानी बताई. पुलिस ने पूरे मामले की जांच पड़ताल किया और इस मामले में मस्जिद में पढ़ रहे 6 बच्चों को अप्रतिबंधित किया है. इस मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है।
मामले को लेकर दर्ज हुई थी FIR
इस मामले का खुलासा करते हुए अजमेर SP ने कहा कि 27 अप्रेल को मोहम्मद तौफीक अशरफ ने इस घटना के खिलाफ FIR दर्ज कराई। इस मामले में मोहम्मदी मस्जिद के इमाम मौलाना मोहम्मद माहिर की मर्डर को लेकर शिकायत दर्ज की गई। हालांकि मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने केस की जांच पड़ताल शुरू की. इस मामले में कई तथ्य और साक्ष्य खंगाले गए लेकिन पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी. इसके बाद फिर अलग-अलग थाना अधिकारियों के नेतृत्व में इस मामले में जांच शुरू की गई.
कारण जान हो जाएंगे हैरान
बता दें कि बड़ी मशक्कत के बाद इस ब्लाइंड मर्डर केस की कहानी सामने आई है, जिसे जानने के बाद आप चौंक जाएंगे। इस मामले को लेकर एसपी देवेंद्र बिश्नोई ने कहा कि मौलाना माहिर का मर्डर करने वाले कोई और नहीं बल्कि वहीं पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स थे. इस दौरान उन्होंने आगे बताया कि जब बच्चों से इस मामले को लेकर पूछताछ की गई तो सामने आया कि मौलाना उन्हें अश्लील मूवी दिखाकर गलत काम करता था. साथ ही बच्चों ने बताया कि मदरसे में एक नए लड़के के साथ मौलाना ने अप्राकृतिक कार्य भी किए थे. हमेशा इस काम को लेकर दबाव भी बनाता था.