जयपुर : आज, 31 मई को वर्ल्ड नो टोबैको डे मनाया जा रहा है. शायद ही कोई होगा जिसे तम्बाकू से होने वाले दुष्परिणाम के बारे में पता नहीं हो. लेकिन अक्सर लोग जानबूझ कर अधिक गलतियां करते है और समय बीत जाता है तो पछतावा के अलावा कुछ नहीं बचता। ऐसे में इस तरह की वाक्य का इस्तेमाल करना किसी और चीज के लिए नहीं है बल्कि आज दुनिया के अधिकांश लोग टोबैको सेवन करने से अपनी जान गवां रहे हैं। इसको देखते हुए यह कहना सही होगा की समय रहते खुद को बचाएं, तम्बाकू से दूर रहें। तम्बाकू का सेवन हेल्थ के लिए घातक है। इसके बावजूद भी इसका इस्तेमाल दिन व दिन बढ़ता ही जा रहा है। आज की स्थिति इतनी चिंताजनक हो चुकी है कि युवा के साथ-साथ किशोर भी तम्बाकू का सेवन कर रहे हैं।
इसके सेवन से हो रही कई बीमारियां
बता दें कि शौकियां तौर पर शुरू हुई यह लत हेल्थ के लिए बेहद ही खतरनाक है। इसके सेवन से कई बीमारियां हो रही है। ऐसी स्थिति में भी लोगों को इसे छोड़ने में शर्म-शंका हो रही है। वजह बस इतना कि नशा मुक्ति सेंटरों पर तम्बाकू के सेवन से छुटकारा पाने वाले युवकों की संख्या नाममात्र ही है। राजधानी जयपुर के मनोचिकित्सा केंद्र में भी ऐसी ही स्थिति है।
ओपीडी में रोजाना 100 से ज्यादा लोग
जयपुर स्थित अस्पातल के मनोरोग विशेषज्ञों ने इस मामले को लेकर बताया कि अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 100 से ज्यादा लोग अलग-अलग प्रकार के नशे की लत से निजात पाने के आते रहते हैं। इन मरीजों में नए व पुराने दोनों तरह के रोगी होते हैं। चिंताजनक है कि इनमें अधिकतर शराब के नशे से छुटकारा पाने के लिए पहुंचते हैं जबकि तम्बाकू के सेवन से मुक्ति पाने वालों की संख्या 25 फीसदी से भी कम है।
भारत में सालाना 77 हजार नए केस
हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई, जिसके अनुसार भारत में मुंंह के कैंसर से लगभग 77 हजार नए केस सालाना सामने आते हैं और 52 हजार से अधिक जान जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ग्लोबल रिपोर्ट ऑन ट्रेंड्स इन प्रीवलेंस ऑफ टोबैको यूज 2000-2030 के मुताबिक देश में अभी भी 25.1 करोड़ से अधिक लोग तम्बाकू का सेवन कर रहे हैं। इनमें से 79 फीसदी पुरुष जबकि 21 फीसदी महिलाएं शामिल हैं।
तम्बाकू सेवन के दुष्परिणाम
-कैंसर
-ह्रदय की नसों का सिकुडऩा, स्ट्रोक।
ह्रदय, फेफड़े संबंधी समस्या।
-अस्थमा आदि
इस तरह पाएं छुटकारा
विशेषज्ञों के मुताबिक तम्बाकू के सेवन से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके लिए अजवाइन, इलायची, सौंफ का इस्तेमाल करें। साथ ही हेल्दी डाइट लें, फलों का सेवन करे और नियमित व्यायाम करें। साथ ही खुद को सकारात्मक भी रखें।