जयपुर: इन दिनों पूरा भारत भीषण गर्मी व लू की चपेट में है। खास कर कुछ राज्यों के तापमान हाफ सेंचुरी क्रॉस कर चुका है। ऐसे में लोग काफी बीमार पड़ रहे हैं। भीषण हीटवेव की चपेट में आने से कई तरह की बीमारियां हो रही है। ऐसे में क्या आपको पता है कि शरीर के किस हिस्से में सबसे अधिक गर्मी लगती है। तो ऐसे में चलिए जानते है कि अधिक गर्मी होने पर हमारे शरीर का कौन सा हिस्सा जल्दी प्रभावित होता है।
अधिकांश राज्यों के तापमान में वृद्धि जारी
आय दिन देश के अधिकांश राज्यों के तापमान में वृद्धि जारी है, जिस वजह से कई लोगों की जान भी जा रही है। पिछले दो दिन के भीतर दिल्ली और राजस्थान के कई शहरों में तापमान 50 डिग्री से ऊपर दर्ज हुआ है. ऐसे हालात में हर कोई गर्मी से बचने का हर संभव कोशिश में लगा है. लेकिन क्या आपको पता हैं कि जब तापमान 48 डिग्री से 50 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंचता है, तब यह तापमान मानव शरीर के लिए कितना खतरनाक बन जाता है. जानें तापमान में वृद्धि होने से शरीर में कौन-कौन सी परेशानी होती है.
42.3 डिग्री सेल्सियस से अधिक इंसान के लिए खतरा
बता दें कि सामान्य मानव शरीर का तापमान 98.6 डिग्री फारेनहाइट होता है. यह तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के बराबर होता है. माना जाता है कि अधिकतम तापमान जिस पर मनुष्य जिंदा रह सकता है, वह 108.14 डिग्री फारेनहाइट या 42.3 डिग्री सेल्सियस ही होता है। मानव शरीर के लिए 48-50 डिग्री सेल्सियस तापमान झेलना मुश्किल होता है.
सबसे अधिक खतरा इंसानी मस्तिष्क और तंत्रिका पर
डॉक्टर्स बताते है कि मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र जब 50 डिग्री सेल्सियस से ऊपर तापमान के संपर्क में लंबे समय तक रहता है तो कई तरह की परेशानियों से घिर जाता है। साथ ही बताते है कि 46-60 डिग्री सेल्सियस के आसपास के तापमान पर मस्तिष्क की कोशिकाएं मरने लगती हैं, क्योंकि मस्तिष्क कोशिकाओं के भीतर प्रोटीन जमना शुरू हो जाता है. 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान अलग-अलग प्रकार की मस्तिष्क कोशिकाओं पर विनाशकारी प्रभाव छोड़ता है।