जयपुर। बांग्लादेश के हालात पर भारत ने अपनी नजर बनाए रखी है। सरकार ने 6 अगस्त यानी आज संसद भवन में सभी दलों की बैठक बुलाई। बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हालात की विस्तार से जानकारी दी। विदेश मंत्री ने सर्वदलीय बैठक में बताया कि अभी भी 12 से 13 हजार भारतीय बांग्लादेश में फंसे हैं। विदेश मंत्री के मुताबिक, अभी उनके रेस्क्यू की जरूरत नहीं हैं, लेकिन हालात बिगड़े तो सरकार उनको भारत लाने का प्रयास भी करेगी।
सर्वदलीय बैठक में पूछे सवाल
सर्वदलीय बैठक में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने विदेश मंत्री से 2 सवाल पूछे। राहुल ने पूछा कि सरकार की रणनीति क्या है और दूसरा- क्या इसके पीछे किसी विदेशी ताकत का हाथ है? इस पर विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि हालात तेजी से बदल रहे हैं। बांग्लादेश के हालात पर सरकार की नजर है और स्थिति के मुताबिक रणनीति बनाई जाएगी। विदेशी ताकत का हाथ होने के सवाल पर विदेश मंत्री ने कहा कि सरकार इस मामले में भी जानकारी जुटा रही है। सर्वदलीय बैठक में पाकिस्तान का नाम लिया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि इशारा पाकिस्तान की ओर था।
लंदन में शरण चाहती है शेख हसीना
पाकिस्तान के एक बड़े अधिकारी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर बांग्लादेश हिंसा की फोटो लगाई थी। इस बीच, विदेश मंत्री आज दोपहर 2.30 बजे इस मुद्दे पर संसद में भारत सरकार का रुख साफ करेंगे। भारत की सबसे बड़ी चिंता यह है कि बांग्लादेश से सटी करीब 4000 किमी लंबी सीमा से घुसपैठ की वारदात बढ़ सकती है। शेख हसीना ने अभी भारत में शरण ले रखी हैं। कल शाम से वे हिंडन एयरपोर्ट पर हैं। उनके साथ उनकी बहन और बेटा भी हैं। शेख हसीना लंदन में शरण चाहती हैं और इसके लिए इंग्लैंड की सरकार से अनुरोध किया है। हालांकि अब तक वहां से कोई जवाब नहीं आया है।