जयपुर। राजस्थान में SI भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच के दौरान अचानक से 35 प्रशिक्षु एसआई छुट्टी पर चले गए। इनके छुट्टी पर जाने के कारणों की जांच की जा रही है, लेकिन इस मामले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल ही में एसओजी ने पेपर लीक गैंग के मुखिया भूपेंद्र सारण के भाई गोपाल सारण को गिरफ्तार किया था।
वर्षा बिश्नोई को किया गिरफ्तार
उनकी पूछताछ में कई अन्य संदिग्धों के नाम सामने आए। जिसके बाद अफीम तस्कर भागीरथ राम के बच्चों, दिनेश और प्रियंका को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इस स्थिति के बीच कुछ और प्रशिक्षु एसआई की गिरफ्तारी की संभावना है, जिसके कारण उनकी छुट्टियों को शक की नजर से देखा जा रहा है। इसके अतिरिक्त जोधपुर पुलिस ने फर्जी अभ्यर्थी बनकर एसआई भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाली वर्षा बिश्नोई को गिरफ्तार कर लिया।
शम्मी बिश्नोई को पकड़ा था
वर्षा पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था और वह पिछले छह महीनों से फरार चल रही थी। पुलिस ने सूचना मिलने के बाद कोटा में उसके ठिकाने पर छापेमारी की और आखिरकार उसे गिरफ्तार किया। जोधपुर रेंज के आईजी विकास कुमार का कहना है कि यह ऑपरेशन को “डॉक्टर फिक्स इट” नाम दिया गया है। इस ऑपरेशन का मकसद पेपर लीक की समस्या को खत्म करना है। इससे पहले भी जोधपुर पुलिस ने इसी तरह की कार्रवाई में आरोपी शम्मी विश्नोई को गिरफ्तार किया था।