जयपुर। उदयपुर से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जहां एक सास की मौत पर बहू बहुत रोना आया। सास के मरने पर बहू को गहरा सदमा लग गया और जान चली गई। सास को मरने पर बहू को इतना रोना आया कि रोते-रोते कि उसकी मौत हो गई। इसके बाद सास- बहू दोनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।
भरीबाई जोशी की तबीयत बिगड़ी
उदयपुर के ऋषभदेव के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के खेरवाड़ा के पंडयावाड़ा की निवासी भरी बाई जोशी अचानक तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद परिवार वाले उन्हें इलाज के लिए गांव से करीब 15 किलोमीटर दूर डूंगरपुर में सरकारी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। परिजन आधे घंटे बाद शव लेकर घर पहुंचे। जहां सास का शव देखते ही 50 साल की बहू उषा का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। बहू अपनी सास के शव से लिपटकर रोने लगी।
रोते-रोते बेहोश हो गई
घरवालों ने संभाला लेकिन, वे रोती रही। वह रोते-रोते बेहोश हो गई। तबीयत बिगड़ने और होश नहीं होने की वजह से परिवार बहू को डूंगरपुर हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें भी मृत घोषित कर दिया। सास की मौत के करीब एक घंटे बाद ही बहू की भी मृत्यु हो गई। बताया जा रहा है कि वह अपनी सास की मौत का गम बर्दाश्त नहीं कर पाई। भूरी बाई के तीन बेटे हैं, जिनमें से उषा सबसे बड़े बेटे की पत्नी है। उषा के पति पोस्टमैन हैं। दूसरा बेटा महाराष्ट्र में चाय की कैंटीन चलाता है, जिसकी पत्नी की लगभग 6 साल पहले मौत हो गई थी।
गांव में किराना की दुकान है
सबसे छोटे बेटे की गांव में किराना की दुकान है। उषा के दो बेटे हैं। दोनों बेटे साथ में मिलकर ई-मित्र और किराना की दुकान चलाते हैं, साथ ही खेती बाड़ी का काम भी संभालते हैं।