जयपुर: रीट भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले ने बड़ी कार्रवाही हुई है। आरपीएससी के मेंबर बाबूलाल कटारा सहित विजय और ड्राइवर गोपाल को कोर्ट में पेश किया गया। जिसके बाद तीनों आरोपियों को कोर्ट ने 29 अप्रैल तक रिमांड में भेज दिया है। आरोप है कि लगभग 60 लाख रूपये में पेपर बेचा गया था।
ADG ने की प्रेस वार्ता
सेकेंड ग्रेड भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण को लेकर एसओजी की तरफ से बुधवार को पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। इस पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए एसओजी ADG अशोक राठौड़ ने कहा कि शुरुआती जांच में हम लोगों को पता चल गया था कि किसी परीक्षा केंद्र से यह पेपर वायरल नहीं हुआ है। बल्कि आरपीएससी ही से पेपर लीक हुआ है।
ADG राठौड़ ने आगे बताया की इनपुट मिलने पर आधार पर हमने आगे की कार्रवाई विशेष टीम का गठन कर कड़ी से कड़ी जोड़कर इस तरह की कार्रवाई को अंजाम दिया और आख़िरकार मोहरों तक पहुंचने में हम सफल रहें।
उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले को लेकर अब तक सामने आया कि 60 लाख रुपये में पेपर शेर सिंह को बेचा गया था। पेपर सेट करने का जिम्मा बाबूलाल कटारा के पास था। उन्होंने बताया कि जल्द ही भूपेंद्र सारण को भी हम लोगों की तरफ से गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आरपीएससी मेंबर बाबूलाल कटारा, विजय और ड्राइवर गोपाल से अब गहनता से पूछताछ की जाएगी।
60 लाख रूपये में बेचा गया था पेपर
इस पूरे मामले को लेकर ADG ने बताया कि अब तक सामने आया कि 60 लाख रुपये में पेपर शेर सिंह को बेचा गया था। पेपर सेट करने का जिम्मा बाबूलाल कटारा के पास था। उन्होंने बताया कि जल्द ही भूपेंद्र सारण को भी हम लोगों की तरफ से गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आरपीएससी मेंबर बाबूलाल कटारा, विजय और ड्राइवर गोपाल से अब गहनता से पूछताछ की जाएगी।