जयपुर: राजस्थान में जिस तरह से क्राइम बढ़ रहा है उसे रोकने के लिए पुलिस लगातार एक्शन मोड में है। सोमवार और मंगलवार की रात 30 जिलों के एसपी ने एक साथ बदमाशों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान बड़ी मात्रा में अवैध हथियार, मादक पदार्थ और चोरी की गाड़ियां बरादम हुई। पुलिस ने 1500 से ज्यादा वांटेड और आदतन अपराधियों को गिरफ्तार किया।
इस पर देर रात सभी जिलों और कमिश्नर को इस रेड की जानकारी दी गई। रेड के दौरान पुलिस अधीक्षक-डीसीपी अपनी पुलिस फोर्स के साथ बदमाशों के ठिकानों पर पहुंचे। उनके घर को सर्च किया गया। करीब 1500 से ज्यादा आदतन और वांटेड बदमाशों को पुलिस ने पकड़ा। इस दौरान राज्यों के भी कुछ बदमाश पुलिस के हाथ लगे।
सरेंडर करें वरना नेस्तनाबूद कर दिए जाएंगे
जयपुर के आरपीए (राजस्थान पुलिस अकेडमी) में हुए एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साफ कर दिया था कि वह क्राइम को लेकर जीरो टॉलरेंस पर काम कर रहे हैं। अपराधी के साथ किसी भी प्रकार से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अगर कोई अपराधी फरार हो कर सोच रहा है कि वह बच जाएगा तो वह ध्यान में रखे की उसे समय रहते सरेंडर करना चाहिए। नहीं तो अपराधी को नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा।
इन जिलों में नहीं हुई छापेमारी
इन तीन जिलों टोंक, भरतपुर और उदयपुर में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति ठीक नहीं होने के कारण छापेमारी से दूर रखा गया हैं। इन जिलों के एसपी को सर्च में शामिल नहीं किया गया। पुलिस अधीक्षकों को अपने जिले में रेड के दौरान आने वाले बदमाशों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। दरअसल, एक जिले में रेड होने के दौरान बदमाश दूसरे जिले में फरारी काटने चले जाते हैं।