कोटा: राजस्थान के कोटा शहर के रानपुर थाना इलाके में शिव एग्रो तेल फैक्ट्री की हौद में कचरा साफ करने के दौरान जहरीली गैस का रिसाव होने से 5 मजदूर बेहोश हो गए। इनमें से दो मजदूर की मौत हो गई। वहीं तीन का इलाज जारी है। मजदूरों की मौत के बाद बाकि के मजदूर और परिवारजनों ने शव गृह के बाहर हंगामा कर दिया और मुआवजे की मांग की है। वहीं सूचना पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। मजदूरों के परिजनों ने मुआवजे की मांग पूरी नहीं होने तक उठने से इंकार कर दिया है।
फैक्ट्री में नहीं थी सेफ्टी किट
साथी मजदूरों ने बताया जिस समय यह हादसा हुआ उस समय मजदूरों के पास कोई सुरक्षा उपकरण मौजूद नहीं थे और ना ही फैक्ट्री मालिक ने कोई सुरक्षा के उपकरण मुहैया कराए। परिजनों ने इस हादसे के लिए फैक्ट्री मालिक को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही कानूनी कार्रवाई की मांग की है। वहीं हंगामे के बाद पुलिस अधिकारियों ने भी मृतकों के परिजनों को समझाने की कोशिश की। लेकिन पुलिस के समझाने के बावजूद परिजनों ने शव उठाने से इंकार कर दिया।
गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज
डीएसपी मुकुल जोशी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का प्रकरण रानपुर थाने में दर्ज किया गया है। साथ ही परिजनों की ओर से जो शिकायत दी जाएगी उस पर भी कार्रवाई होगी। इस हादसे में दो मजदूरों की मौत हुई है जबकि 3 मजदूर बेहोश पड़े हैं।
मुआवजे पर बनी सहमति
हादसे के बाद शव गृह पहुंचे फैक्ट्री प्रबंधन के प्रतिनिधि और मृतक के परिजनों के बीच काफी देर तक मुआवजे को लेकर बातचीत नहीं हो पाई। फैक्ट्री प्रबंधन ने परिवार के एक सदस्य को नौकरी और साढ़े 3 लाख रूपये देने की बात कही थी। लेकिन परिजनों ने इनकार कर दिया और शव उठाने से मना कर दिया। वहीं हंगामे के बीच फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से मृतक परिवार को साढ़े 12 लाख रूपये मुआवजा देने पर सहमति बन गई। इस दौरान परिजनों ने मौके पर ही मुआवजा राशि देने की बात कही, जिस पर 5 लाख रूपये नगद और बाकि की राशि चेक के माध्यम से देने पर सहमति बनी है।